*पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शुरू हुई गैंगवार…. लखनऊ में हुई हत्या के वादी को मुजफ्फरनगर के जंगल में गोलियों से छलनी किया गया*

*पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शुरू हुई गैंगवार…. लखनऊ में हुई हत्या के वादी को मुजफ्फरनगर के जंगल में गोलियों से छलनी किया गया*

*लखनऊ में हुई हत्या का वादी प्रशांत मारा गया* 👆

*लविश उर्फ जाॅनी: सिर धड़ अलग-अलग फेंके गए थे* 👆

*गैंगवार में एक हत्यारोपी को भी लगीं गोलियां, मेरठ रेफर: लखनऊ व मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा बदमाशों की तलाश में ताबड़तोड़ छापे*

*गैंगवार के घटनास्थल की जांच करते हुए पुलिस* 👆

*एसएसपी ने “हिंद वतन समाचार” से कहा- अपराधी जल्द ही होंगे सलाखों के पीछे*

*एसएसपी अभिषेक यादव: अपराधी जल्द ही होंगे सलाखों के पीछे* 👆

*”हिंद वतन समाचार” पर हत्या व गैंगवार की 17, 19 व 23 मई को प्रमुखता से चली खबर*

*सिर कटा शव मिलने की 17 मई को “हिंद वतन समाचार” पर चली खबर*👆

*लविश की शिनाख्त होने पर 19 मई को चली खबर* 👆

*”हिंद वतन समाचार” पर गैंगवार की कल ही चली थी खबर* 👆

*लखनऊ/मुजफ्फरनगर।* राजधानी के ग्रामीण क्षेत्र मोहनलालगंज कोतवाली के अंतर्गत खुजौली गांव में 16 मई की रात प्रदीप चौधरी के फार्म हाउस में बागपत निवासी लविश की हुई निर्मम हत्या ने अब गैंगवार का रुप ले लिया है। इस हत्या के तार मुजफ्फरनगर से जुड़ गए हैं, जहां लविश की हत्या में वादी की फैसले के बहाने से जंगल में बुलाकर हत्या कर दी गई। गैंगवार में दूसरे पक्ष के एक बदमाश को भी गोली लगी है। बताते चलें कि मोहनलालगंज के खुजौली गांव में 17 मई की सुबह करीब 30-32 वर्षीय अज्ञात युवक की सिर कटी लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी, जहां युवक का धड़ मिला था उसी से करीब एक किमी दूर खुजेहटा में सिर भी बरामद हुआ था। धड़ को खुजौली गांव में तालाब में और सिर को खुजेहटा पुलिया के पास नहर में मिट्टी में दबाया गया था, कुत्तों को वहां मंडराते व जमीन पंजों से खोदते देख गांव वाले जब वहां पहुंचे तो सिर कटा धड़ देख दहशत फैल गई थी। इस युवक की 19 मई को युवक की बागपत निवासी लविश उर्फ जाॅनी के रूप में शिनाख्त हुई थी।
*हिंद वतन समाचार* ने शव मिलने की खबर *17 मई* एवं शव की शिनाख्त होने की खबर *19 मई* को प्रमुखता से चलाई थी। शिनाख्त होने के बाद पुलिस की छानबीन में लविश की हत्या में फार्म हाउस मालिक प्रदीप चौधरी के कर्मचारी बागपत निवासी अनिल उर्फ धनपत व सौरभ उर्फ गोटी का नाम हत्यारोपी के रुप में सामने आया। दोनों ही पश्चिम यूपी के एक बड़े गैंगेस्टर के गुर्गे बताए गए। इस मामले में लविश के फुफेरे भाई प्रशांत ने मोहनलालगंज कोतवाली में सौरभ व अनिल के खिलाफ तहरीर दी थी। ये दोनों ही पीड़ित पक्ष पर समझौते के लिए लगातार दबाव बनाए हुए थे। इस निर्मम हत्या के मामले में कल उस समय सनसनीखेज मोड़ आ गया जब मुजफ्फरनगर के मिडकाली के जंगल में प्रशांत का शव व सौरभ घायलवस्था में मिला‌। गैंगवार में लविश के फुफेरे भाई प्रशांत की मौत हो गई जबकि लविश की हत्या में नामजद आरोपी सौरभ उर्फ गोटी गोलियां लगने से घायल हो गया, उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। लखनऊ पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर सौरभ से पूछताछ की है।वहीं इंस्पेक्टर मोहनलालगंज जीडी शुक्ला के अनुसार प्रशांत लविश की हत्या में गवाह था।

*एसएसपी अभिषेक यादव ने आज “हिंद वतन समाचार”* से हुई वार्ता में कहा कि मिडकाली जंगल की घटना में सरगर्मी के साथ पुलिस अपराधियों की तलाश कर रही है, उन्हे जल्द ही गिरफ्तार कर सींखचों के पीछे पहुंचाया जाएगा। वहीं *सीओ (बुढ़ाना) गिरजा शंकर त्रिपाठी ने “हिंद वतन समाचार”* से कहा कि गैंगवार के अपराधियों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। बताया जा रहा है कि एक बड़े गैंगेस्टर के कहने पर दोनों पक्षों के लोग समझौते के लिए शुक्रवार को मिडकाली के जंगल में एकत्र हुए थे पर पीड़ित पक्ष इसके लिए तैयार नहीं था जिसके बाद बात बढ़ने पर लविश की हत्या में विदी उसके फुफेरे भाई प्रशांत की गोली मारकर हत्या कर दी गई तथा सौरभ गोली लगने से घायल हो गया।
*”हिंद वतन समाचार”* ने इस गैंगवार व हत्या की खबर भी *कल 23 मई* को प्रमुखता से चलाई थी। देर रात गैंगवार की सूचना मिलने के बाद जब सीओ (बुढ़ाना) गिरजा शंकर त्रिपाठी एवं कोतवाल कुशपाल सिंह मिडकाली के जंगल पहुंचे तो वहां एक खेत में बागपत के बाजिदपुर गांव निवासी प्रशांत का शव पड़ा मिला जबकि कुछ दूरी पर एक ट्युबवेल पर बुढ़ाना के इटावा गांव निवासी सौरभ घायलवस्था में पड़ा मिला। यह भी कहा जा रहा है कि गैंगवार में दोनों पक्षों के कई और लोगों को भी गोलियां लगीं हैं जो पुलिस के पहुंचने से पहले भाग निकले और यह भी चर्चा है कि लविश की हत्या में नामजद अनिल भी गैंगवार के समय वहां मौजूद था, वह सौरभ को मरा समझकर मौके से भाग गया। एसीपी (मोहनलालगंज) संजीव कुमार सिन्हा के अनुसार घायल सौरभ से पूछताछ के लिए पुलिस टीम को मेरठ मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। एसीपी के अनुसार बागपत के छपरौली राठौड़ा का रहने वाला लविश यहां पश्चिमी यूपी के एक माफिया के फ्लैट में रहकर उसकी देखभाल करता था, उसी के साथ सौरभ भी रहता था तथा इन दोनों की माफिया के करीबी की कार चलाने वाले अनिल से दोस्ती थी। 16 मई की रात इन तीनों के फ्लैट से एकसाथ निकलने की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिली है।
बताया जा रहा है कि बुढ़ाना थाने से वांछित सौरभ शार्प शूटर है और 15 दिसंबर 2019 को इटावा गांव में विजय राठी उर्फ उत्थान की हत्या करने के बाद से वह फरार चल रहा था। लविश की हत्या में फरार दूसरे नामजद आरोपी अनिल की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रहीं हैं। लविश की हत्या के बाद शुरू हुई गैंगवार में और हत्याएं होने की आशंका है। इस सनसनीखेज मामले में लखनऊ के मोहनलालगंज की पुलिस के साथ ही मुजफ्फरनगर की पुलिस भी सरगर्मी के साथ अपराधियों की तलाश में जुट गई है।
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*