छह मूल्यांकन केंद्रों को निरस्त कर अन्य छह नवीन मूल्यांकन केंद्र बनाकर नवीन केंद्रों के प्रधानाचार्य…
कानपुर: परिषदीय परीक्षा 2020 के लिए कानपुर नगर जनपद में बनाए गए छह मूल्यांकन केंद्रों को निरस्त कर अन्य छह नवीन मूल्यांकन केंद्र बनाकर नवीन केंद्रों के प्रधानाचार्य को उपनियंत्रक न बनाए जाने जैसी गंभीर अनियमितता करने तथा प्रधानाचार्य को अपमानित करने एवं मूल्यांकन केंद्र निर्धारण करने की दूषित प्रक्रिया को समाप्त करने के संबंध में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षणेत्तर संयुक्त संघर्ष मोर्चा के संयोजक हरिश्चंद्र दीक्षित ने बताया कि कानपुर नगर में पूर्व में बनाए गए छह मूल्यांकन के हॉटस्पॉट क्षेत्र में होने के कारण परिषद द्वारा जिलाधिकारी के माध्यम से प्राप्त प्रस्ताव के अनुसार पुराने केंद्र निरस्त करके नए केंद्र निर्धारित किए गए। जिलाधिकारी कानपुर नगर की अनुशंसा के आधार पर निम्न केंद्र बनाए गए हैं 1-राजकीय इंटर कॉलेज चुन्नीगंज कानपुर नवीन केंद्र आर्य कन्या इंटर कॉलेज गोविंद नगर नवीन केंद्र के प्रधानाचार्या श्रीमती चंद्रकांता 2-बीएनएसडी इंटर कॉलेज चुन्नीगंज कानपुर नवीन निर्धारित केंद्र सुभाष स्मारक इंटर कॉलेज साकेत नगर नवीन केंद्र के प्रधानाचार्य सुबोध कुमार शर्मा 3- डीएवी इंटर कॉलेज कानपुर नवीन निर्धारित केंद्र डा०चिरंजीलाल राष्ट्रीय इंटर कॉलेज किदवई नगर नवीन केंद्र के प्रधानाचार्य प्रकाश मिश्रा 4- ए वी विद्यालय इंटर कॉलेज माल रोड निर्धारित केंद्र के के महाविद्यालय इण्टर कालेज किदवई नगर के प्रधानाचार्या श्रीमती पूनम 5-हरसहाय जगदंबासहाय इंटर कॉलेज कानपुर नवीन निर्धारित केंद्र मोहन विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गोविंद नगर नवीन केंद्र के प्रधानाचार्य संत कुमार दीक्षित 6-बाल विद्यालय इंटर कॉलेज नवाबगंज कानपुर निर्धारित केंद्र चाचा नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज गोविंद नगर नवीन केंद्र के प्रधानाचार्य अनिमेष सिंह उपरोक्त के आधार पर जिलाधिकारी कानपुर नगर ने नगर आयुक्त को लिखे गए पत्र दिनांक 16-5-20 तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखे गए पत्र के द्वारा नवीन मूल्यांकन केंद्र के प्रधानाचार्य को उपनियंत्रक के रूप में लिखा गया है जो नियम संग्रह सर्वथा विधिक और उचित है। जिला विद्यालय निरीक्षक कानपुर नगर निरस्त पुराने मूल्यांकन केंद्र के प्रधानाचार्य को दायित्व दे रहे हैं जो नियमानुसार न होने के कारण घोर अनियमितता है। दोनो उच्च अधिकारी भलीभात विज्ञ है,कि जो मूल्यांकन केंद्र बनेगा उसमें उस विद्यालय का प्रधानाचार्य स्वयं में उप नियंत्रक होगा क्योंकि जब पुराने केंद्र निरस्त हो गए हैं तो नए केंद्रों के उप नियंत्रक नवीन विद्यालय के प्रधानाचार्य ही होंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक की कार्यशैली परिषद के नियमों के विपरीत होने के साथ-साथ पूर्णतया विवादास्पद एवं अनियमित है। जिलाअधिकारी के पत्र 16-05-2020 भी पूर्णतया वैधानिक है और मान्य है। जिसमें जिला विद्यालय निरीक्षक का संशोधन कटिंग उचित नहीं है। जनहित याचिका 575/ 2020 में पारित निर्णय 13-5-2020 के अनुपालन में जिला विद्यालय निरीक्षक की अनियमितता को समाप्त करते हुए नवीन मूल्यांकन केंद्रों के प्रधानाचार्य को उप नियंत्रक मान्य करने का कष्ट करें।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…