जौ अनीति कछु भाषों भाई। तौ मोहि बरजहु भय बिसराई…

जौ अनीति कछु भाषों भाई। तौ मोहि बरजहु भय बिसराई…

फर्रुखाबाद/ उत्तर प्रदेश:- जौ अनीति कछु भाषों भाई। तौ मोहि बरजहु भय बिसराई।।
देश के प्रधानमंत्री ने संकट की भयावह स्थिति का अनुमान लगाते हुए पूरी तत्परता दिखाते हुए प्रथम लाक डाउन की घोषणा कर दी थी, उनकी घोषणा को देश के नागरिकों ने गंभीरता पूर्वक अंगीकार भी कर लिया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि अब जो मै कहने जा रहा हूं उसे सावधान होकर सुनेष् और लाक डाउन की घोषणा के साथ महामारी से लड़ने की भविष्य की योजना को भी सबके समक्ष रख दिया। बहुत हद तक सफलता भी मिली किन्तु कुछ बिगडैल तत्वों ने उसमें भी आलोचना करना प्रारम्भ कर दिया। अब प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियो से अपने विचार रखने के लिए कहा है। उनका संदेश स्पष्ट है कि महामारी से निपटने के लिए सभी मिलकर उचित निर्णय लेकर आगे बढ़ो।
अब मुख्यमंत्रियो को अपने मंतव्य प्रकट करते हुए भारत सरकार के साथ एकजुटता दिखाते हुए आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। संकट के समय सभी को अपनी सामर्थ्य के साथ खड़े होकर जनता के दुःख दर्द को सुनना और उसका उपचार करने में जुट जाना ऐसे ही उचित होगा जैसे – प्रीत करै ऐसी करै जैसे लोटा डोर। आपन गला फंसाइ के पानी लाबै बोर।। अपनी चिंता न करते हुए जनता को संकट से मुक्ति दिलाना ही सभी का धर्म होना चाहिए।
ब्रज किशोर मिश्र एडवोकेट
प्रदेश अध्यक्ष
लोकतंत्र सेनानी समिति उ॰ प्र॰

पत्रकार राहुल सिंह चौहान की रिपोर्ट…