लॉक डाउन के तहत लावारिस गोवंश संरक्षित करने के लिए सरकार द्वारा….
प्रधान सचिव के ज्वाइंट अकाउंट में भरण पोषण हेतु दी गई धनराशि….
मोहनलालगंज/लखनऊ: एक तरफ जहां लावारिस गोवंश की वजह से किसान बेहद परेशान है और खेतों में घूम रहे गोवंश की वजह से किसानों के चेहरे की रौनक धूमिल होती जा रही है उनकी फसलों को लावारिस गोवंश बर्बाद कर रहे हैं और अधिक मात्रा में छुट्टा घूमते नजर आ रहे हैं जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर गौशालाओं का निर्माण करवाया जा रहा है जिससे घूम रहे गोवंश पशु गौशालाओं में सुरक्षित रह कर अपना जीवन व्यतीत कर सकें इसके लिए उच्च अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत में बने गौशालाओं की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान व सचिव को सौंपी गई है गोवंश की देखरेख खाने पीने की व्यवस्था हेतु प्रधान सचिव के ज्वाइंट अकाउंट में जिला स्तरीय समिति से धनराशि उनके अकाउंट में भेजा जा रहा है जिससे गोवंश पशु व गौशालाओं की देखरेख किया जा सके वही उपजिलाधिकारी पशु चिकित्साअधिकारी एवं खंड विकास अधिकारी द्वारा समय-समय पर गौशालाओं का निरीक्षण किया जाता है पशुपालन विभाग द्वारा चिकित्सा और टैगिंग की जाती है जन सहभागिता योजना के तहत पशुपालक गोआश्रय से गोवंश को ले जाकर अपने घर पर पाल रहे उनके खाते में 900 रुपए प्रति गोवंश प्रतिमाह कि दर से डलवा दिए गए हैं और गौशाला में सोलर लाइट टीन सेट छप्पर आदि की भी व्यवस्था की जा रही है आदरणीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा प्रमुख योजना लावारिस गोवंश को संरक्षित करने के लिए सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत प्रधान सचिव के ज्वाइंट अकाउंट में पैसा भेजा जा रहा है जिससे गौशाला में एकत्रित पशुओं का भरण पोषण किया जा सके को और उन्होंने यह भी बताया की वह लगातार गौशालाओं का निरीक्षण करती रहती हैं जिससे गोवंश को किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ ना होने पाए और गोवंश सुरक्षा पूर्वक गौशाला में रह सकें।
संवाददाता अनुराग तिवारी की रिपोर्ट…