महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव भक्तिभाव से मनाया…
इटावा- जैन समुदाय के चौबीस तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव भक्तिभाव व उत्साह के साथ मनाया गया। इस बार जन्म कल्याणक महोत्सव मनाने का सौभाग्य आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर करनपुरा को प्राप्त हुआ था। लाॅकडाउन को देखते हुए समस्त कार्यक्रमों को पहले ही स्थगित कर दिया गया था। समाज के लोगों ने अपने घरों पर रहकर पूजा अर्चना की व शाम को आरती करते हुए अपने-अपने घरों पर दीप जलाए।
सुबह 6 बजे से ही सभी लोगों ने अपने-अपने घरों के बाहर रंगोली बनायी और जैन ध्वज को लगाया। करनपुरा सहित नगर के अधिकांश घरों में भगवान महावीर स्वामी का पालना झुलाया और पूजा अर्चना की गयी। समाज के लोगों ने अपने घरों की छत पर खड़े होकर थाली, घण्टा इत्यादि बजाते हुए जैन ध्वज फहराया और ‘‘जिओ-और जीने-दो‘‘, ‘‘आज क्या है महावीर जयंती‘‘ जैसे उदघोष लगाए। इसके बाद श्री 1008 भगवान महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महोत्सव समिति के पदाधिकारियों द्वारा भूखे पशुओं को चारा, सब्जी आदि खिलायी। जिसमें सोशल डिस्टेसिंग का विशेष ख्याल रखा गया। शाम को भगवान महावीर स्वामी की आरती करते हुए घर के बाहर और छतों पर दीप जलाकर खुशी मनायी। कोरोना वायरस से बचाव के बाद हुये 21 दिनों के लॉक डाउन का पालन करते हुये जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की जयंती जैन धर्म के अनुयायियों ने घरो में पूजा-पाठ एवं आरती कर विश्व शांति की कामना करते हुये मनाई। विश्व जैन संगठन के अध्यक्ष आकाशदीप जैन बेटू ने बताया इस वर्ष उन्होंने अपने घर पर ही सुबह उठकर जैन ध्वजा फहराई उसके वाद महावीर भगवान का जयघोष किया पूरे परिवार ने घर पर पूजा-पाठ कर गाय को चारा खिलाया। भगवान महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महोत्सव समिति के अध्यक्ष महेश कुमार जैन, महामंत्री कमल जैन व रीतेश जैन ने बताया कि 5 अप्रैल को श्रीजी का अभिषेक, पूजन के साथ प्रभात फेरी, महावीर विधान, महाआरती के साथ 6 अप्रैल को भगवान महावीर का शोभायात्रा नगर भ्रमण था। जब कि 7 अप्रैल को सची महिला मंडल करनपुरा द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं 8 अप्रैल को समस्त जैन समाज के भगवान के भजन आदि कार्यक्रम प्रस्तावित थे जिनकी तैयारियां भी पूर्ण कर ली गयी थी लेकिन लाॅकडाउन को देखते हुए उन्हें स्थगित कर दिया गया।
पत्रकार नितेश प्रताप सिंह की रिपोर्ट…