बिना डिग्री के सड़क किनारे बैठकर हेपेटाइटिस बी के नाम पर वसूल रहे रूपए, शिकायत के बावजूद अधीक्षक ने झाड़ा पल्ला, लोगों में डर की स्थिति…
मार्च सोमवार 2-3-2020 जखनियां/उत्तर प्रदेश। सरकार स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चुस्त दुरूस्त बनाने के लिए ढेरों हथकंडे अपना रही है तो कुछ लोग सरकारी तंत्र के नाम पर ही पूरी व्यवस्था को धता बताते हुए आमजन को खतरे में डाल रहे हैं। लेकिन इस बारे में कोई ध्यान देने की जहमत नहीं उठा रहा है। ताजा मामला जखनियां स्थित प्राथमिक विद्यालय का है। जहां पर रविवार को दो अजनबी युवक एनजीओ के नाम पर हेपेटाइटिस बी का टीकाकरण करने के नाम पर लोगों से 50-50 रूपए ऐंठ रहे थे। ज्यादातर लोग उनसे टीका लगवा रहे थे लेकिन वहां मौजूद कुछ जागरूक नागरिकों ने जब उनसे पूछा तो उन्होंने बताया कि वो एक एनजीओ के लिए काम करते हैं। मांगने पर उन्होंने फिरोजाबाद के युवा प्रतिभा विकास संस्थान का कार्ड दिखाया और कहा कि उन्हें इसके लिए स्थानीय चिकित्साधिकारी ने अनुमति दी है। उनसे अनुमति पत्र मांगने पर वो बगले झांकने लगे। जिस पर लोगों को शक हुआ तो उन्होंने सीएचसी अधीक्षक डा. योगेंद्र यादव से पूछा तो उन्होंने ऐसे किसी भी व्यक्ति को अनुमति देने से इंकार कर दिया। बताया कि शासन द्वारा 0 से 5 वर्ष के बच्चों के लिए निशुल्क हेपेटाइटिस का टीका उनके स्वास्थ्य केंद्रों पर लगवाया जाता है। वही अन्य आयु वर्ग के लिए भी टीकाकरण उपलब्ध है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसी किसी भी संस्था द्वारा जखनिया कस्बे में टीकाकरण के लिए उनसे कोई अनुमति नहीं ली गई है। लेकिन जब इन अज्ञात युवकों द्वारा किए जा रहे टीकाकरण की जानकारी देते हुए उनसे उन युवकों के खिलाफ कार्यवाही की बात की गई तो लगभग टालमटोल के अंदाज में अधीक्षक श्री यादव ने कहा कि यदि इसकी मुझे लिखित शिकायत मिलेगी तो मैं कार्रवाई करूंगा। फोन से उन्हें जानकारी देने के बावजूद अधीक्षक द्वारा कोई कार्रवाई नकरने पर लोगों में हैरानी रही। उनका कहना था कि कोई जहरीला या खतरनाक दवा का इंजेक्शन ऐसे ही बैठकर स्वास्थ्य विभाग के नाम पर लगाने लगेगा और विभाग जानकारी मिलने के बावजूद अगर कार्रवाई नहीं कर रहा है, इसका साफ स्पष्ट है कि विभागीय अधिकारियों की पूरी मिलीभगत रही होगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…