लव सिन्हा अपने पिता के मुश्किल वक्त को याद करते भावुक हुए…
मुंबई, 07 अगस्त। वो एक्टर जो अपनी बुलंद आवाज में ‘खामोश’ कहकर सभी को शांत कर देते हैं। जी हां, शॉटगन शत्रुघ्न सिन्हा, जिनका 70 के दशक में जलवा था। उन्होंने ‘दोस्ताना’, ‘लोहा’, ‘काला पत्थर’, ‘नसीब’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया।
लेकिन सच यह है कि सफलता इतनी आसानी से नहीं मिलती। शत्रुघ्न सिन्हा ने कड़ी मेहनत से यह सफलता हासिल की। वित्तीय संकट के बावजूद अक्सर वे मितव्ययी थे। बेटे लव सिन्हा ने एक इंटरव्यू में अपने पिता के संघर्ष के बारे में खुलासा किया है।
एक इंटरव्यू में लव सिन्हा ने कहा, ‘कई बार पापा के पास पैसे नहीं होते थे। वे या तो यात्रा पर खर्च कर सकते थे या अपना पेट भर सकते थे। अक्सर वे खाने के लिए कुछ लेकर कई मील पैदल चलते थे। अगर उन्होंने बस का टिकट खरीदा तो उनके पास खाने के लिए पैसे नहीं होंगे।’ ये कहते हुए लव सिन्हा भावुक हो गए।
उन्होंने कहा, ‘मेरे पिता पटना से हैं। उन्होंने बहुत कम उम्र में घर छोड़ दिया और मुंबई आ गए। फिल्मों से करियर की शुरुआत की। उन्होंने सोचा नहीं कि वे अच्छे अभिनेता बनेंगे या नहीं। वह सुपरस्टार बनने के लिए कुछ भी करना चाहते थे। क्योंकि उनके पास असफलता को स्वीकार कर घर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। जब वह सफलता के शिखर पर थे तो उन्होंने अपना खुद का घर खरीदा। यह छोटा था लेकिन यह हमारा था। घर पर हमेशा लोगों की भीड़ लगी रहती थी। फिर एक समय ऐसा आया जब उनकी फिल्में फ्लॉप होने लगीं। फिर कोई घर नहीं आना चाहता। मैंने उनकी सफलता और असफलता दोनों को करीब से देखा।’
2010 में लव सिन्हा का फिल्म ‘सदियां’ से डेब्यू हुआ। इसके बाद वह फिल्म ‘पलटन’ में नजर आए। लव सिन्हा आगामी ‘गदर 2’ में भी अभिनय करेंगे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…