जाने ऐसे रूट करें अपना एंड्रायड स्मार्टफोन…
आप कितना ही महंगा एंड्रायड स्मार्टफोन क्यों न ले लें या फिर वह कितने ही बेस्ट स्पेसिफिकेशन्स से लैस क्यों न हो, फिर भी उसमें बहुत से फीचर्स या एप्लीकेशन्स होते हैं, जो आपके काम के नहीं होते और आप चाहते हैं कि काश! आप अपने अनुसार फोन को कस्टमाइज कर सकते, लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं, आप चाहें तो ऐसा कर सकते हैं, बस इसके लिए आपको अपने एंड्रायड फोन को रूट करना होगा। अब आप सोचेंगे रूट क्या है और इसे करने से क्या फायदा और नुकसान हो सकता है। चलिए हम बताते हैं…
स्मार्टफोन के लिए रूट का क्या है मतलब?
फोन रूट वह क्रिया है जिसके द्वारा आप अपने फोन में बहुत से चेंजेस कर सकते हैं। इसे जेलब्रेकिंग भी कहा जाता है। इसकी मदद से आप न केवल अपने फोन का ऑपरेटिंग सिस्टम बल्कि लॉक सिस्टम, मेन्यु और यूजर इंटरफेस तक में बदलाव ला सकते हैं। इस क्रिया द्वारा फोन में उपलब्ध ऑपरेटिंग सिस्टम की जगह एक नया एंड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम (यानि कस्टमाइज एंड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम) को इंस्टाल किया जा सकता है। कुल मिलाकर कहें तो आप अपने एंड्रायड को अपनी पसंदानुसार बना सकते हैं।
रूट करने के लाभ:
- रुट से फोन के यूजर इंटरफेस में बदलाव कर सकते हैं।
- जो एप फोन में उपलब्ध नहीं है उनका उपयोग कर सकते हैं।
- रूट किए फोन के लिए कुछ स्पेशल एप्स है इनका प्रयोग नॉर्मल एंड्रायड फोन पर नहीं कर सकते।
- रूट के बाद फोन की एप्लीकेशन्स पर आपका कंट्रोल ज्यादा रहता है। जैसे-चाहें तो विज्ञापनों को पूरी तरह बंद कर दें, एप्लीकेशन अनइंस्टॉल कर दें।
- रूट के बाद फोन में अपने हिसाब से एप्स डाउनलोड करने से इंटरनल मैमोरी में स्पेस ज्यादा मिल जाता है।
रूट करने के नुकसान:
- रूट करने से फोन की वारंटी और गारंटी खत्म हो जाती है। आप इसका फायदा नहीं उठा सकतें।
- सबसे बड़ा नुकसान फोन के खराब हो जाने का होता है क्योंकि अगर रूट करते समय ठीक प्रकार से रुल्स को फॉलो नहीं किया तो आपका एंड्रायड बेकार हो सकता है।
- सुरक्षा की दृष्टि से फोन कमजोर हो जाता है रूट करने के बाद।
- सुरक्षा खत्म होने से फोन पर वायरस अटैक या उससे पर्सनल इंफॉर्मेशन चोरी करने का खतरा दोगुना हो जाता है। इसलिए गूगल की वॉलेट सेवा रूट किए गए फोन्स के लिए उपलब्ध नहीं है।
अपने एंड्रायड फोन को ऐसे करें रूट:-
- अपने पीसी पर किंग रूट एप्लीकेशन को डाउनलोड करके इंस्टॉल करें।
- इंस्टॉल होने के बाद एप्लीकेशन ओपन करें, तब फोन को कनेक्ट करने के लिए बोला जाएगा।
- जैसे ही फोन को कनेक्ट करें साथ ही सुनिश्चित कर लें कि फोन में यूएसबी डीबगिंग का ऑप्शन ऑन होना चाहिए।
- यूएसबी डीबगिंग के लिए, पहले सेंटिंग में जाएंझडेवलपर्सझयूएसबी डीबगिंग। याद रखें कि अगर फोन ज्यादा पुराना है तो डेवलपर्स विकल्प सेंटिंग में एप्लीकेशन के अंदर उपलब्ध होगा।
- डेवलपर्स विकल्प न मिलने पर फोन की सेटिंग में अबाउट फोन में जाएं।
- इधर आपको बिल्ट नंबर दिखेगा, अब इसे दबाएं। थोड़ी देर तक प्रेस किए रखने के बाद एक स्टेट्स दिखेगा कि आपके फोन में डेवलपर्स विकल्प पहले से उपलब्ध है।
- इसके बाद बाहर सेटिंग में जाएं, यहां डेवलपर्स विकल्प उपलब्ध होगा, इस पर टैप करें।
- अब आपके यूएसबी डीबगिंग का ऑप्शन दिखेगा, इसे ऑन करें।
- इसके पश्चात फोन यूएसबी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने के लिए तैयार हो जाएगा इसलिए आप उसे अपने फोन में इंस्टॉल होने की परमिशन दे दें।
- इंस्टॉल होने के साथ ही रूट का ऑप्शन फोन में दिखेगा, इस पर क्लिक करें और बस फोन रूट होने का प्रोसेस शुरू हो जाएगा।
- इसके बाद आगे की जानकारियों को पढ़कर पूरे प्रोसेस को फॉलो करें और जैसे की रूटिंग की क्रिया खत्म होगी आपके सामने फिनिश लिखा होगा।
जरूरी सूचनाः रूट उपरोक्त जानकारी केवल एक ज्ञानवर्धन लेख प्रस्तुत करने की कोशिश भर है। यदि इसका अनुसरण करने के दौरान आपके फोन में किसी प्रकार की दिक्कत आती है तो जागरण टेक टीम उत्तरदायी नहीं होगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…