क्रिकेट प्रशासक बृजेश पटेल का हर काम लाजवाब : आदित्य वर्मा…

क्रिकेट प्रशासक बृजेश पटेल का हर काम लाजवाब : आदित्य वर्मा…

पटना, 14 जुलाई । क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा अभी बेंगलुरु में हैं। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में अभी दलीप ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला दक्षिण क्षेत्र और पश्चिमी क्षेत्र के बीच खेला जा रहा है। बारिश का भी मौसम है। आदित्य वर्मा बारिश के बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम के पानी मुक्त करने की प्रक्रिया को देख कर दंग हैं।

आदित्य वर्मा ने बताया कि भारतीय क्रिकेट के पूर्व लेजेंड कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव एवं आईपीएल के पूर्व कमिश्नर बृजेश पटेल की देखरेख में इस स्टेडियम के बारिश के पानी के निकालने की जो व्यवस्था है वह इंडिया में कहीं देखने को नहीं मिलेगा।

मैच के दौरान एक वाकया का जिक्र करते हुए आदित्य वर्मा ने कहा कि तेज बारिश हुई लेकिन बारिश रुकने के 20 मिनट के पश्चात थी मैच पुन: शुरू हो गया। यह बात मेरे समझ में नहीं आई लेकिन जब बृजेश पटेल ने बताया कि पूरे विश्व में एकमात्र क्रिकेट स्टेडियम जहां पर हम लोगों ने हाई क्वालिटी का ड्रेनेज सिस्टम तथा बारिश होने के साथ ही पूरे पानी को अंदर ही अंदर शोख लेने का उपकरण ग्राउंड के अंदर लगा हुआ है। कोई भी कितना भी बारिश हो ऑटोमेटिक पानी मशीन सोख लेता है बहुत ही ताज्जुब लगा और ज्यादा अच्छा लगा पूरे विश्व में एकमात्र चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम ही है जो इस फैसिलिटी को लगाया है।

चिन्नास्वामी स्टेडियम को बृजेश पटेल ने दिखाया। बैडमिंटन कोर्ट, टेनिस कोर्ट, स्विमिंग पूल स्क्वायर कोट रेस्टोरेंट्स सारे सुख सुविधा स्टेडियम में है। आदित्य वर्मा ने कहा कि काश बृजेश पटेल जैसे प्रशासक बीसीसीआई के द्वारा मान्यता प्राप्त हर राज्य क्रिकेट संघ के पास भी हो जाए तो कमाल हो जायेगा। एक से एक पेंटिंग एक से एंटीक मूल्यवान वस्तुएं स्टेडियम के अंदर लगी हुई थी।

आदित्य वर्मा ने कहा कि मैच के दौरान ही हमारे टाटा स्टील के पूर्व खिलाड़ी, हमारे मित्र जो वर्तमान में सीनियर भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ता भी हैं उनके साथ चेयरमैन अजीत आगरकर से भी मुलाकात हुई। क्रिकेट से संबंधित खास करके बिहार क्रिकेट के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बृजेश पटेल से लंबी बातचीत हुई।

आदित्य वर्मा कहते हैं कि मैं कभी-कभी सोचता हूं ईश्वर ने मेरे हाथों से जो कार्य संपन्न करा दिया है भले ही मेरे अपने राज्य में मेरी कोई पहचान नहीं है लेकिन दूसरे राज्य के क्रिकेट संघों में जो इज्जत मिलती है वह भाव विभोर कर देती है।

आदित्य वर्मा को अफसोस है कि काश बिहार क्रिकेट के विकास के लिए ऊपरवाला हम पर भी रहम कर देता लेकिन कुछ ना कुछ बिहार क्रिकेट के अंदर ही ग्रह दशा खराब चल रही है जिसके कारण बिहार क्रिकेट का विकास राज्य विभाजन के पश्चात तथा दोबारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा 4 जनवरी, 2018 के पश्चात भी सब कुछ ठप है, लेकिन यकीन है जय शाह के नेतृत्व में बहुत जल्द ही बिहार क्रिकेट का दिन सुधरेगा।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…