दो साल बाद भारत आए विदेशी जहाज…
नई दिल्ली, 12 नवंबर। अंतरराष्ट्रीय क्रूज जहाज दो साल के बाद भारत लौट रहे हैं, जिससे शिपिंग और पर्यटन अधिकारियों में खुशी का माहौल है। वाइकिंग मार्स 13 नवंबर को थाईलैंड के रास्ते होकर मुंबई बंदरगाह पर सबसे पहले पहुंचेगा। स्विट्जरलैंड के क्रूज ऑपरेटर वाइकिंग द्वारा संचालित छह महीने पुराने जहाज में लगभग 800 यात्री सवार हैं। कुल मिलाकर 28 क्रूज लाइनर नवंबर और मई के बीच मुंबई बंदरगाह से गुजरेंगे। इनमें से कई जहाज अपने अंतिम गंतव्य के तोर पर गोवा और कोचीन बंदरगाहों पर भी जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय क्रूज कंपनियां भारतीय बाजार को लेकर आशावादी हैं। दरअसल, संचालकों का मानना है कि बाजार में फिर रौनक आने वाली है। केंद्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि इस सीजन में बेहतरी के संकेत मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यात्री और परिचालक दोनों इस अनुभव का आनंद लेंगे और हम उम्मीद कर सकते हैं कि कई और जहाज भारत आएंगे और निकट भविष्य में स्थानीय बंदरगाहों को घरेलू बंदरगाहों के रूप में पसंद करेंगे। होम पोर्ट वे होते हैं जहां एक क्रूज जहाज अपनी यात्रा शुरू करता है और समाप्त करता है और इससे अधिकांश यात्री आकर्षित भी होते हैं।
भारत में ट्रांजिट हाल्ट के दौरान यात्री पहले से बुक किए गए समुद्र के किनारे भ्रमण के लिए उतर सकेंगे। जेएम बख्शी ऐंड कंपनी के शिपिंग एजेंट ने कहा कि बंदरगाह के दौरे के दौरान कचरे को उतारना, स्टोर और अन्य सामान की फिर से आपूर्ति, ताजा पानी की आपूर्ति और चालक दल की अदला-बदली जैसी विभिन्न गतिविधियां की जाती हैं।
भारत में रॉयल कैरेबियन क्रूज़ के प्रतिनिधि, तिरून ट्रैवल मार्केटिंग की चेयरपर्सन रत्ना चड्ढा ने कहा कि भारत के पास क्रूज पर्यटन को विकसित करने और इसके अंतरराष्ट्रीय आपरेटरों को आकर्षित करने का बढ़िया अवसर है क्योंकि चीन अभी भी बंद है। 2016 और 2020 के बीच, कोस्टा क्रूज ने मुंबई को अपने घरेलू बंदरगाह के रूप में माले और कोलंबो के मार्गों के साथ जोड़ा था। कोस्टा क्रूज के जनरल सेल्स एजेंट और लोटस एयरो एंटरप्राइजेज में प्रबंध निदेशक नलिनी गुप्ता ने कहा कि वह मुंबई को फिर से एक घरेलू बंदरगाह के रूप में देख रही हैं।
वित्त वर्ष 2020 में छह भारतीय बंदरगाहों से 226,329 यात्रियों वाले 149 विदेशी क्रूज जहाज गुजरे। विदेशी क्रूज जहाजों की अधिकतम संख्या 44 मुंबई और कोचीन बंदरगाहों द्वारा संचालित की गई थी। इसके बाद मोरमुगाओ से 38, न्यू मैंगलोर से 21 और चेन्नई बंदरगाह से 2 जहाजें संचालित किए गए। वित्त वर्ष 2020 में 302 जहाजों और 241,250 यात्रियों के साथ घरेलू परिभ्रमण में बढ़ोतरी देखी गई।
भारतीय बंदरगाहों पर क्रूज जहाजों के लिए शुल्क को अगस्त 2020 में कोविड -19 महामारी के कारण कम कर दिया गया था। इसे इस साल सितंबर तक बढ़ा दिया गया है। बंदरगाह पर सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछली फरवरी में कोचीन बंदरगाह पर एक क्रूज टर्मिनल का उद्घाटन किया था। कोचीन में क्रूज टर्मिनल अब तक घरेलू क्रूज जहाजों का ही संचालन कर रहा है। इसे इस महीने के अंत में अपना पहला विदेशी जहाज मिलेगा।
विशाखापत्तनम में क्रूज टर्मिनल के अगले अप्रैल में तैयार होने की उम्मीद है। इसे केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा सह-वित्त पोषित किया गया है। मुंबई बंदरगाह का अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल जुलाई 2024 तक चालू हो जाएगा जबकि बुनियादी ढांचे को सुधारने और टैरिफ को युक्तिसंगत बनाने के प्रयास किए गए हैं। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को क्रूज व्यवसाय पर कराधान पर भी पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…