क्यूएस यूनिवर्सिटी रैकिंग की सूची में स्थान पाने वाला राज्य का पहला संस्थान बना लखनऊ विवि…
-कुलपति ने इसे और उच्च स्तर पर ले जाने की प्रतिबद्धता जताई…
लखनऊ, 09 नवंबर। लखनऊ विश्वविद्यालय क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग फार एशिया वर्ल्ड यूनिवर्सिटी-2023 की प्रतिष्ठित और विशिष्ट सूची में स्थान प्राप्त करने वाला उत्तर प्रदेश का एकमात्र राज्य विश्वविद्यालय बन गया है। लखनऊ विश्वविद्यालय ने यह उपलब्धि लगातार दूसरे वर्ष प्राप्त की है। यह खबर सुनकर विवि के कर्मचारियों, अधिकारियों, विद्यार्थियों में खुशी छा गयी।
क्यूएस क्वाक्वेरेली साइमंड्स वैश्विक उच्च शिक्षा क्षेत्र और दुनिया के सबसे लोकप्रिय विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को रैंक करने वाली दुनिया की अग्रणी एजेंसी है। विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन के तुलनात्मक डेटा पर आधारित उच्च शिक्षा संस्थानों का सुव्यवस्थित मूल्यांकन करती है, जिससे छात्रों और संस्थानों को प्रभावी दिशा-निर्देशन प्राप्त होता है।
शैक्षणिक और नियोक्ता मान्यता, अनुसंधान, संसाधनों और अंतरराष्ट्रीयकरण के आधार पर क्षेत्र के संस्थानों का मूल्यांकन करते हुए, इस वर्ष की एशिया रैंकिंग अब तक की सबसे बड़ी है, जिसमें 760 विश्वविद्यालय शामिल हैं, जबकि 2022 रैंकिंग में 687 विश्वविद्यालय शामिल थे।
2009 से सालाना प्रकाशित, क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 11 संकेतकों का उपयोग करके हर साल एशिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों का चयन करती है। इन सूचकांकों मे शैक्षणिक प्रतिष्ठा (30 प्रतिशत), नियोक्ता प्रतिष्ठा (20 प्रतिशत), संकाय, छात्र अनुपात (10 प्रतिशत), अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क (10 प्रतिशत), प्रशस्ति पत्र प्रति पेपर (10 प्रतिशत) और पेपर प्रति संकाय (5 प्रतिशत), पीएचडी वाले कर्मचारी (पांच प्रतिशत), अंतरराष्ट्रीय संकाय (2.5 प्रतिशत) और अंतरराष्ट्रीय छात्रों का अनुपात (2.5 प्रतिशत), इनबाउंड एक्सचेंज छात्रों का अनुपात (2.5 प्रतिशत) और आउटबाउंड एक्सचेंज छात्रों का अनुपात (2.5 प्रतिशत) शामिल है।
यह विश्वविद्यालय के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि इसमें लगभग 119 भारतीय विश्वविद्यालय (जिसमें आईआईटी और सार्वजनिक, निजी, केंद्रीय विश्वविद्यालय भी शामिल हैं) ही शामिल थे, जिसमें देश भर से केवल 20 विश्वविद्यालय ही स्थान प्राप्त कर सके हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने विश्वविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और आने वाले समय में इसे और उच्च स्तर पर ले जाने के लिए दृढ प्रतिबद्धता भी व्यक्त की।
उन्होंने विश्वविद्यालय को शीर्ष रैंकिंग वाले वैश्विक उच्च शिक्षा संस्थानों में स्थान देने और इसकी दृश्यता बढ़ाने के लिए छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों सहित सभी हितधारकों के प्रयास की सराहना की। यह विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय पटल पर लाने, डिजिटल विश्वविद्यालय एवं विश्वविद्यालय की एनईपी 2020 समेत अन्य संबंधित कार्य योजनाओं के क्रियान्वयन के द्वार खोलेगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…