एचडीएफसी बैंक का इंस्टीट्यूट ऑफ इकॉनॉमिक ग्रोथ के साथ समझौता…

एचडीएफसी बैंक का इंस्टीट्यूट ऑफ इकॉनॉमिक ग्रोथ के साथ समझौता…

नई दिल्ली, एचडीएफसी बैंक ने स्वतंत्र शोध करने के लिए एक चेयर को पूंजी प्रदान करने के वास्ते इंस्टीट्यूट ऑफ इकॉनॉमिक ग्रोथ (आईईजी) के साथ एक समझौता किया है। बैंक ने आज यहां जारी एक बयान में यह जानकारी देते हुये कहा कि यह चेयर नई दिल्ली के आईईजी कैंपस में स्थित होगी और इसे ‘एचडीएफसी बैंक चेयर ऑफ बैंकिंग एंड फाईनेंस’ के नाम से जाना जाएगा। इस चेयर के लिए एचडीएफसी बैंक पाँच सालों से ज्यादा समय तक आईईजी का सहयोग करेगा और 1 सितंबर, 2022 से लागू इस अवधि में 6.75 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद देगा। एचडीएफसी बैंक और इंस्टीट्यूट ऑफ इकॉनॉमिक ग्रोथ के बीच इस करार पर हस्ताक्षर किये गये। इस मौके पर बैंक के अध्यक्ष अतनु चक्रबर्ती, नीति आयोग के सदस्य एवं आईईजी के अध्यक्ष प्रोफेसर रमेश चंद के साथ ही बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

आईईजी सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के रूप में प्रतिष्ठित है और आर्थिक एवं सामाजिक विकास के क्षेत्रों में भारत के अग्रणी थिंकटैंक्स में से एक है। आईईजी दीर्घकालिक शोध में विशेषज्ञ है, जो फैकल्टी को अपने क्षेत्र में गहरी विशेषज्ञता का विकास करने के लिए प्रोत्साहित करता है।‘‘ एचडीएफसी बैंक चेयर’’ बैंकिंग और फाईनेंस के महत्वपूर्ण एवं विकसित होते पक्षों का अनुसंधान करेगा और अपने अध्ययन एवं ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए समय-समय पर सेमिनार का आयोजन करेगा। इससे बैंकिंग एवं फाईनेंशल सर्विसेज़ उद्योग और रैगुलेटर्स को लाभ मिलेगा और इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में ज्ञान का एक निकाय भी बनेगा। इस केंद्र द्वारा अध्ययन में लिए जाने वाले कुछ क्षेत्र कृषि एवं एमएसएमई सेक्टर में रैगुलेशन, फाईनेंसिंग; पूंजी बाजारों में इनोवेशन और वित्तीय सेवाओं में डिजिटल परिवर्तन व वित्तीय समावेशन के आर्थिक वाहक हैं।

हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…