पारा पुलिस ने 84 घंटों के अंदर किया चंद्रावती हत्याकांड का खुलासा…

पारा पुलिस ने 84 घंटों के अंदर किया चंद्रावती हत्याकांड का खुलासा…

सगे भतीजे ने प्रॉपर्टी के लालच में की थी अपने मित्र के साथ मिलकर चाची की हत्या…

लखनऊ । संवाददाता, पारा थाना क्षेत्र के मर्दन खेड़ा मोहल्ले में 20 तारीख की रात हुई 55 वर्षीय चंद्रावती यादव की हत्या का पारा पुलिस ने महज़ 84 घंटों के अंदर खुलासा करते हुए मृतिका चंद्रावती के सगे भतीजे भक्ति खेड़ा बिजनौर के रहने वाले अवधेश यादव और उसके साथी बुद्धेश्वर पारा के रहने वाले अजय श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर चंद्रावती की हत्या कर उनके घर से लूटे गए भारी मात्रा में जेवरात और साढ़े नौ हजार की नकदी और घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल 2 मोबाइल बरामद कर लिए है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए अवधेश यादव ने साल 2002 में सरोजिनी नगर के अमौसी में स्टैंड संचालक अवधेश मिश्रा का अपहरण कर उनकी हत्या की थी अवधेश मिश्रा के लाश अब तक बरामद नहीं हुई है। अपनी सगी चाची की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए अवधेश यादव ने ही 2019 में जुलेखा नाम की महिला की हत्या कर उसका शव को सईं नदी में फेंक दिया था । अवधेश यादव के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए अवधेश के साथी एमएससी के छात्र अजय श्रीवास्तव के खिलाफ भी हत्या सहित तीन मुकदमे दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि 20 तारीख की रात अवधेश यादव अपने मित्र अजय श्रीवास्तव के साथ अपनी चाची चंद्रावती यादव के घर आया था और उसने अपनी चाची से मकान और जमीन अपने नाम करने के लिए दबाव बनाया था चाची के इनकार करने के बाद कलयुगी भतीजे ने अपने साथी अजय श्रीवास्तव के साथ मिल कर अपनी चाची का मुंह दबाकर उनकी हत्या कर दी थी और अलमारी में रखे उनके लाखों रुपए की कीमत के जेवरात लूट लिए थे। पुलिस के अनुसार शातिर अपराधी अवधेश यादव और उसके साथी अजय श्रीवास्तव ने चंद्रावती की हत्या से पहले अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया था ताकि पुलिस को उनकी लोकेशन पता ना चल सके लेकिन पारा पुलिस ने महज़ 84 घंटों के अंदर ही चंद्रावती हत्याकांड का खुलासा करते हुए ये भी साबित कर दिया कि अपराधी चाहे जितना भी चालाक क्यों न हो वो अपने जुर्म के निशान कहीं न कहीं छोड़ देता है जिसकी मदद से पुलिस अपराधी तक पहुंच ही जाती है। आपको बता दें कि पारा थाना क्षेत्र के मर्दन खेड़ा मोहल्ले में अकेली रहने वाली चंद्रावती यादव के पति गणेश का देहांत हो चुका है और चंद्रावती निसंतान थी उन्होंने एक बेटी गोद ली थी जिसकी शादी उनहोने संदीप नाम के युवक से की थी। संदीप ने ही चंद्रावती की हत्या किए जाने का मुकदमा अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराया था । पुलिस ने महज़ 84 घंटों के अंदर दूध का दूध और पानी का पानी करते हुए चंद्रावती हत्याकांड का खुलासा कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर हवालात में पहुंचा दिया है।

हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…