इंडियन ऑयल के लिए सल्फर रिकवरी इकाई लगाएगी न्यूबर्ग…
अहमदाबाद, 09 जुलाई। इंडियन ऑयल के कोयली रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल परिसर में विस्तार योजनाओं के तहत न्यूबर्ग इंजीनियरिंग की ऊर्जा एवं बुनियादी ढांचा इकाई 650 करोड़ रुपये की लागत से एक सल्फर रिकवरी इकाई (एसआरयू) स्थापित करेगी। पिछले साल इंडियन ऑयल ने वडोदरा के कोयली रिफाइनरी में कच्चे तेल की प्रॉसेसिंग क्षमता में विस्तार संबंधी योजनाओं में पेट्रोकेमिकल एवं ल्यूब संयंत्रों को शामिल करने के लिए गुजरात सरकार के साथ सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे।
इंडियन ऑयल रिफाइनिंग क्षमता को सालाना 43 लाख टन से बढ़ाकर सालाना 1.8 टन करने की प्रक्रिया में है। इसके अलावा पेट्रोकेमिकल और ल्यूब एकीकरण परियोजना के तहत स्थापित किए जाने वाले इन संयंत्रों से सालाना 5 लाख टन पॉलिप्रोपीन और 2.35 लाख टन ल्यूब ऑयल के उत्पादन की योजना है। इसके लिए कोयली रिफाइनरी में कुल करीब 24,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। गुजरात रिफाइनरी में इंडियन ऑयल की एसआरयू परियोजना के साथ ही न्यूबर्ग के निर्यात आधारित सबसे बड़े कारोबार को करीब 1,200 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिलेगा।
न्यूबर्ग इंजीनियरिंग के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एके त्यागी ने कहा, ‘हम काफी हद तक निर्यात पर ध्यान केंदित कर रहे हैं। हमें तुर्की, अबु धाबी, ओमान और मोरक्को जैसे देशों में परियोजनाओं के साथ 25 से अधिक वर्षों का अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त है। हालांकि वैश्विक महामारी के दौरान हमने महसूस किया कि हमें अपनी दक्षताओं का उपयोग घरेलू बाजार के लिए कहना चाहिए और उसके साथ ही हमने अवसर तलाशना शुरू कर दिया। हमने ऊर्जा एवं बुनियादी ढांचा कारोबार के तहत एक इकाई स्थापित की है।’
इंडियन ऑयल की एसआरयू परियोजना के अलावा कंपनी गुजरात में कई अन्य परियोजनाओं के लिए भी काम कर रही है। उदाहरण के लिए, कंपनी की पहली घरेलू परियोजना के तहत गुजरात सरकार ने राज्य में बसों के लिए हाइड्रोजन फिलिंग स्टेशन स्थापित करने का ऑर्डर दिया था। इसी प्रकार कंपनी इंडियन ऑयल के पानीपत परिसर में बायोमास से एथनॉल तैयार करने का संयंत्र स्थापित कर रही है। इसके अलावा कोच्चि में उसकी एक फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन इकाई है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…