जी-7 समूह के देशों ने यूक्रेन की मदद करने का संकल्प लिया…
एल्माउ (जर्मनी), 28 जून। विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों के जी-7 समूह के सम्मेलन का मंगलवार को समापन हुआ जिसमें यूक्रेन के भविष्य के लिए दीर्घकालिक प्रतिबद्धता जताने का संकेत दिया गया और रूस को आक्रमण की भारी कीमत चुकाने के लिए मजबूर करने का संकल्प लिया गया। इसके साथ ही सम्मेलन में वैश्विक भुखमरी के संकट को समाप्त करने और जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध एकजुटता प्रदर्शित करने का प्रयास किया गया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संबोधन के बाद अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, इटली, ब्रिटेन, कनाडा और जापान ने सोमवार को संकल्प लिया कि “जब तक संभव होगा” तब तक यूक्रेन का समर्थन किया जाएगा। सम्मेलन के दौरान अधिकारियों ने कहा कि बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेता रूस के तेल की कीमत पर लगाम लगाने, रूसी सामानों पर कर की दर बढ़ाने तथा नए प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे हैं।
बवेरिया के आल्प्स पर्वत पर स्थित श्लॉस एल्माउ होटल से जी-7 समूह के सदस्य देशों के नेता मैड्रिड में नाटो की बैठक में शामिल होंगे जहां फिर से यूक्रेन का मुद्दा छाए रहने की उम्मीद है। जापान को छोड़कर जी-7 समूह के सभी सदस्य देश नाटो के सदस्य हैं और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को मैड्रिड आने का न्योता दिया गया है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…