आरएसएस चीफ पर परमहंसाचार्य ने किया हमला:..
बोले; उम्र ज्यादा होने से जुबान फिसल जा रही है…
मंदिर तोड़कर बनी मस्जिद लेकर रहेंगे…
अयोध्या, 03 जून। जगदगुरु परमहंस आचार्य संघ प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि मोहन भागवत की नीति व नीयत में कोई शंका नहीं है पर उम्र ज्यादा होने के कारण उनकी जुबान फिसल जा रही है। अब उन्हें हर मंदिर में शिवलिंग नहीं दिखाई पड़नी चाहिए जैसी भाषा बोलनी पड़ रही है। परमहंस आचार्य ने कहा कि संघ संहार नहीं सृजन चाहता है, खुशियों से भरा वतन चाहता है। पर हमें अपने धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए देश विरोधी लोगों पत्थर फेंकने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी होगी। इन लोगों को रास्ते से हटाना होगा। यह समझाने से मानने वाले लोग नहीं हैं। अगर समझाने से बात बनती तो हनुमान जी जैसे बुद्धिमान रावण जी को समझाने में असफल नहीं होते।
परमहंस आचार्य ने कहा कि जितने भी मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई हैं वहां पुनः मंदिर का स्थापना करना होगा उन्होंने कहा कि कश्मीर में सरकार के प्रयास के बावजूद हिंदू स्थापित नहीं हो पा रहे हैं। कश्मीरी पंडित भयग्रस्त है। इसलिए सनातन संस्कृति की रक्षा ही मानवता की रक्षा है।उन्होंने कहा कि हिंदू तुष्टीकरण से देश पड़ गया हिंदुओं पर संकट छाया हुआ है। मुगल आक्रांताओं के द्वारा तोड़े गए मंदिरों को हम हर हाल में लेकर ही रहेंगे।
अयोध्या की तपस्वी छावनी के जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने आगरा ताजमहल में उन्हें जाने से रोकने का आरोप लगा चुके। उनका कहना है कि भगवा पहने होने की वजह से उन्हें रोका गया। हालांकि अफसरों का दावा किया था कि जगद्गुरु को लोहे का ब्रह्मदंड अंदर ले जाने से मना किया गया था। विवाद बढ़ने पर अफसरों ने माफी भी मांग ली है। इस घटना के विरोध में हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने एएसआई का पुतला फूंकने की भी कोशिश की। परमहंस ने ताज महल को भगवान शिव का तेजोमय महल बताकर वहां शिव की प्राण प्रतिष्ठा करने की घोषणा की थी।
परमहंसाचार्य ने पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था पीएम मोदी की हत्या करने के लिए पंजाब में जो साजिश रची गई उसका वे घोर विरोध करते हैं। आज से कांग्रेस पार्टी को आतंकवादी पार्टी घोषित करते हैं। आज से कांग्रेस राजनीतिक पार्टी नहीं बल्कि आतंकवादी संगठन समझा जाएगा। परमहंस ने कहा था कि इस साजिश के पीछे मोदी विरोध पार्टियां हैं।वे चीन,पाकिस्तान से मिलकर साजिश रच रही हैं। कुछ दिन पहले एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जो कहा था कि मोदी-योगी हमेशा पीएम और सीएम नहीं रहेंगे, वह बयान इसी साजिश का था। सुरक्षा में चूक बहुत बड़ा षडयंत्र था। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। पीएम मोदी ने जब से कश्मीर से धारा 370 को हटाया है तभी से मोदी विरोधी उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। जनता ने मोदी को पीएम बनाया है तो उनकी रक्षा भी करनी जानती है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…