ईट भट्ठों का दो साल बाद संचालन शुरू…
ग्रेटर नोएडा। न्यायालय के आदेश के बाद जिले में लगभग दो साल से बंद पड़े ईट भट्ठों में दोबारा से काम शुरू हो गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ईंट भट्ठों से होने वाले प्रदूषण के संबंध में न्यायालय में रिपोर्ट पेश करेगा। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दीपावली के बाद प्रदूषण की स्थिति और भी खराब हो जाती है। जांच के दौरान प्रकाश में आया था कि इसमें ईंट भट्ठों से होने वाले प्रदूषण की मात्रा अधिक होती है। इसे देखते हुए लगभग तीन साल पूर्व न्यायालय ने इनके संचालन पर रोक लगा दी थी। आदेश दिया था कि संचालन के लिए इनके मालिकों को जिगजैग तकनीकी का प्रयोग करना होगा। जिले में ईंट भट्ठों की संख्या 62 थी, लेकिन जमीन अधिग्रहण व अन्य कारणों से 11 बंद हो गए। वर्तमान में जिले में 51 का संचालन हो रहा है। सभी संचालकों ने अपने यहां पर जिगजैग तकनीकी लगा ली है, लेकिन फिर भी संचालन शुरू नहीं हो पाया था। इसका प्रमुख कारण था कि एक अन्य आदेश जारी हो गया था कि संचालन के लिए पीएनजी का उपयोग करना होगा। ईंट भट्ठा यूनियन ने न्यायालय में अपील दायर की थी। सुनवाई के बाद न्यायालय ने बिना पीएनजी संचालन की अनुमति दे दी है। पिछले लगभग दो साल से संचालन बंद होने से जिले में पड़ोसी जिले बुलंदशहर व अलीगढ़ से ईंट की आपूर्ति हो रही थी। संचालन शुरू होने से जिले के 51 ईंट भट्ठों से लगभग आठ करोड़ सालाना ईंट का उत्पादन होगा। जिला खनन अधिकारी रंजीत निर्मल ने बताया कि न्यायालय के आदेश के बाद जिले में लगभग 70 प्रतिशत ईंट भट्ठों पर काम शुरू हो गया है। शेष पर जल्द काम शुरू हो जाएगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…