दुख दूर करने का झांसा देकर 50 महिलाओं से ठगी…

दुख दूर करने का झांसा देकर 50 महिलाओं से ठगी…

नई दिल्ली। साउथ रोहिणी पुलिस ने दुख दूर करने का झांसा देकर महिलाओं से ठगी करने वाले नानी-नाती गैंग का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने शुक्रवार को गिरोह की सरगना 65 वर्षीय रजनी अरोड़ा के साथ ही उसके नाती और एक अन्य साथी को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 15 लाख के गहने बरामद किए गए हैं। आरोपियों ने उत्तर भारत के विभिन्न शहरों में 50 से अधिक ठगी की वारदात की हैं। गैंग के शिकार अधिकतर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के रहने वाले लोग हुए हैं।

डीसीपी प्रणव तयाल ने बताया कि शशि बाला बत्रा नाम की महिला ने मंगलवार को शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता ने बताया कि मंगलवार दोपहर को एक युवक ने दरवाजा खटखटाकर उनसे एक शख्स का पता पूछा। थोड़ी ही देर में एक बुजुर्ग महिला भी आई। बुजुर्ग ने भी उसी शख्स का पता पूछा। साथ ही कहा कि जिनके वहां जाना है, वे काफी पहुंचे हुए संत हैं। आरोपियों ने शशि बाला से कहा कि वह अपने गहने लेकर उनके साथ चले तो उसके भी सारे दुख दूर हो जाएंगे। बुजुर्ग पीड़िता को पास के पार्क में ले गई, जहां उसके गहने पोटली में रखवा लिए और उन्हें लोहे की चूड़ियों वाली पोटली से बदलकर कार से फरार हो गई।

कार से मिला सुराग

डीसीपी ने बताया कि एसएचओ संजय कुंडू की देखरेख में एसआई वीरेंद्र सिंधु की टीम ने जांच शुरू की। फुटेज में कार का रंग, मॉडल और रजिस्ट्रेशन नंबर के चार अंक मिले। जांच में मालूम हुआ कि कार बुराड़ी के शख्स की है लेकिन उसने जोगिंदर सिंह को बेच दी थी। वहीं, जोगिंदर ने बताया कि उसने कादीपुर निवासी लव कुमार को कार बेची है। तलाशी के दौरान एसआई वीरेंद्र सिंधु की टीम को कार कादीपुर गांव में खड़ी मिली। टीम कार पर नजर रखे हुए थी। शुक्रवार को जैसे ही कार में तीन लोग बैठे तभी पुलिस ने सभी को दबोच लिया। इनमें 65 वर्षीय रजनी अरोड़ा, उसका नाती आशु अरोड़ा और दोस्त लव कुमार शामिल थे। पूछताछ में मालूम हुआ कि ये सभी ठगी की वारदात करने के लिए जा रहे थे।

पहले पति के साथ चलाती थी गैंग

पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरोह की सरगना रजनी अरोड़ा पहले पति रमेश अरोड़ा के साथ ठगी करती थी। दंपति कई साल जेल में भी रहा था। पांच साल पहले रमेश अरोड़ा की कुरुक्षेत्र जेल में मौत हो गई थी। वहीं, आरोपी आशु अरोड़ा के माता-पिता की मौत बचपन में ही हो गई थी। इसलिए वह नानी रजनी अरोड़ा के साथ ही रहता था। आशु के बड़ा होने पर रजनी ने उसे और लव कुमार गैंग में शामिल कर लिया। लव कार चलाता था, जबकि नानी-नाती ठगी की वारदात को अंजाम देते थे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…