गिरिराज जी के छप्पन भोग मनोरथ में बिखरी अनूठी आभा…
श्रीगिर्राज धरण सेवा समिति कोटा राजस्थान के श्रद्धालुओं का नौ दिवसीय महोत्सव का समापन…
छप्पन भोग के दर्शनों के लिए उमड़े भक्त…
गोवर्धन। सर्दी की चलती ठंडी बयार के बीच जब तलहटी में गिरिराज प्रभु ने अद्भुत श्रंृगार के बीच द्वारिकाधीश शैली में दर्शन दिये तो श्रद्धालु भावविभोर नजर आये। गिरिराज प्रभु का श्वेत पोशाक, स्वर्ण-रजत जड़ित आभूषणों से श्रंृगार किया गया। माथे पर मोर-मुकुट और हाथ में बांसुरी प्रभु अद्भुत छवि सभी का मन मोह रही थी। ऐसा नजारा श्रीगिर्राज धरण सेवा समिति कोटा राजस्थान के श्रद्धालुओं द्वारा पंद्रहवें गिरिराज जी के विशाल छप्पन भोग महोत्सव में देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने प्रभु के समक्ष तरह-तरह के पकवान बनाये और छबरियों में सजाकर दिव्यता एवं भव्यता से भोग लगाया। इससे पूर्व भक्तों ने गिरिराज जी का पंचामृत से अभिषेक किया गया। भक्तों ने गिरिराज महाराज की सामुहिक परिक्रमा लगाई। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष मोहन लाल कश्यप ने बताया कि नौ दिवसीय उत्सव में श्रीमद्भागवत कथा, छप्पन भोग दर्शन, गिरिराज जी की परिक्रमा व प्रसाद वितरण किया गया। साधु-संतों का स्वागत किया गया। व्यास सौरभ कृष्ण महाराज ने बताया कि द्वापर युगीन तर्ज पर गिरिराज जी के उत्सव का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर सरंक्षक जगदीश लाल सैनी, मंत्री पृथ्वी राज मालव, कोषाध्यक्ष सुरेश चंद गुप्ता, गुलाब चंद नागर, राम स्वरूप पारिता, नरेश राठौर, तेजकरण गुप्ता, छीतर लाल, पवन गुप्ता, गोविंद मंदिर राधाकुंड के मंगल दास महाराज, माधव, नंदकिशोर, किशनो आदि थे।
पत्रकार अमित गोस्वामी की रिपोर्ट…