जेट पैचर तकनीक से भरे जाएंगे सड़कों के गड्ढ़े

जेट पैचर तकनीक से भरे जाएंगे सड़कों के गड्ढ़े

गुरुग्राम, 08 जनवरी । साइबर सिटी में जर्जर सड़कों के गड्ढ़ों को जेट पैचर तकनीक से भरा जाएगा। हालांकि इसके लिए गुरुग्राम नगर निगम की ओर से काम शुरू कर दिया गया था। लेकिन अभी भी काफी सड़कें खस्ताहाल है और उनकी मरम्मत करना जरूरी है। जेट पैचर तकनीक का फायदा यह है कि यह आधुनिक तकनीक है और इसमें सड़कों की मरम्मत काफी तेजी से होती है। नगर निगम द्वारा इस तकनीक को अपनाने के बाद अब गुरुग्राम मेट्रोपालिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) द्वारा भी जेट पैचर मशीन से ही सड़कों के गड्ढ़े भरने की तैयारी की जा रही है।जीएमडीए की कोर प्लानिग सेल की बैठक में भी इस पर चर्चा हो चुकी है। बता दें कि मुख्य सड़कें जीएमडीए के अधीन हैं। सड़कें टूटने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। जीएमडीए द्वारा मरम्मत कार्य करने के लिए सड़कों के एस्टीमेट तैयार किए जा रहे हैं।इस तकनीक में जेट पैचर मशीन से सड़कों के पैच लगाए जाते हैं। यह आधुनिक मशीन है और कई बाहरी देशों में पिछले कई वर्षों से इस मशीन के जरिए ही मरम्मत कार्य किए जा रहे हैं। इस मशीन की खासियत ये है कि इसमें जीपीएस लगा होता है। सड़कों के जर्जर आदि होने की शिकायतें हरपथ एप पर मिलती हैं। एप पर मिली शिकायतों के आधार पर और जीपीएस लोकेशन के माध्यम से शिकायतों का निपटान करने में मदद मिलती है।जेट पैचर मशीन में रोड़ी और तारकोल आदि का मिश्रण आटोमेटिक तरीके से तैयार होता है। इससे धूल आदि भी नहीं उड़ती है। टूटी हुई सड़क वाली जगह पर यह मिश्रण डालकर तुरंत गड्ढ़े को भरा जा सकता है। इस मशीन से किसी भी मौसम में सड़कों की मरम्मत की जा सकती है।जीएमडीए सड़कों की मरम्मत के लिए टेंडर किए जाएंगे और जेट पैचर तकनीक से गड्ढ़े भरे जाएंगे। कोर प्लानिग सेल की बैठक में भी इस पर चर्चा हो चुकी है।सुधीर राजपाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जीएमडीए