दिसंबर में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.29 लाख करोड़ के पार…
नई दिल्ली, 01 जनवरी। आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने के साथ ही कर चोरी करने वालों के विरूद्ध की जा रही कार्रवाई से जीएसटी राजस्व संग्रह में भी बढोतरी का रूख बना हुआ है। इस वर्ष दिसंबर में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये के करीब रहा है। वित्त मंत्रालय द्वारा आज यहां जारी जीएसटी संग्रह के आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2021 में कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 129780 करोड़ रुपये रहा है जो दिसंबर 2020 में संग्रहित राजस्व से 13 प्रतिशत और दिसंबर 2019 की तुलना में 26 प्रतिशत अधिक रहा है। हालांकि नवंबर 2021 में यह राशि 131526 करोड़ रुपये पर रही थी। जुलाई 2017 में इस अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था के लागू होने के बाद नवंबर में संग्रहित जीएसटी राजस्व इस वर्ष अप्रैल के संग्रहित 1.40 लाख करोड़ रुपये के राजस्व के बाद दूसरा सबसे अधिक मासिक राजस्व था। अक्टूबर 2021 में 130127 करोड़ रुपये का जीएसटी राजस्व जमा हुआ था और नंवबर ऐसा लगातार दूसरा महीना रहा जबकि जीएसटी राजस्व संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। दिसंबर 2021 में भी यह राशि 1.30 लाख करोड़ के करीब रही है। इस वर्ष सितंबर में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.17 लाख करोड़ रुपये रहा था।
काेरोना की दूसरी लहर की वजह से लगाये गये कठोर लॉकडाउन के कारण इस वर्ष जून में जीएसटी राजस्व संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से कम रहा था। इससे पहले लगातार नौ महीनों तक यह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा था। अब फिर जुलाई, अगस्त , सितंबर और अक्टूबर के साथ ही नवंबर में भी यह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
इस वर्ष दिसंबर में कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 129780 करोड़ रुपये रहा है। इसमें सीजीएसटी 22578 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 28658 करोड़ रुपये , आईजीएसटी 69155 करोड़ रुपये और क्षतिपूर्ति उपकर 9389 करोड़ रुपये रहा है। आईजीएसटी में आयात पर जीएसटी 37527 करोड़ रुपये और क्षतिपूर्ति उपकर में आयात पर जीएसटी 614 करोड़ रुपये शामिल है।
सरकार ने सीजीएसटी में 25568 करोड़ रुपये और एसजीएसटी में 21102 करोड़ रुपये दिया है। इस नियमित वितरण के बाद अक्टूबर में सीजीएसटी 48146 करोड़ रुपये और एसजीएसटी 49760 करोड़ रुपये रहा है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…