दुर्गा पूजा को लेकर बेगूसराय में 347 जगहों पर तैनात किए गए मजिस्ट्रेट
बेगूसराय, 12 अक्टूबर। राजनीतिक रूप से अति संवेदनशील बेगूसराय जिला में पंचायत चुनाव प्रक्रिया के बीच दुर्गा पूजा के अवसर पर प्रशासन काफी सतर्कता बरत रही है। संवेदनशीलता के मद्देनजर जिला मुख्यालय के समाहरणालय एवं रिफाइनरी टाउनशिप के मुख्य द्वार के सामने कपस्या गेट के समीप नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया गया है। डीडीसी के नेतृत्व में नियंत्रण कक्ष लगातार 24 घंटा एक्टिव मोड में रहेगा। विसर्जन के लिए बड़ी पोखर के समीप नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। जिला में 347 जगहों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस अधिकारी तथा महिला एवं पुरुष पुलिस तैनात किया गया है। अग्निशमन विभाग को जिला मुख्यालय के गांधी स्टेडियम सहित सभी अनुमंडल क्षेत्रों में पानी भरकर दमकल गाड़ी को तैयार रखने के साथ ही स्वास्थ्य
विभाग को एंबुलेंस, पर्याप्त दवा एवं चिकित्सकों के साथ अलर्ट रखने का निर्देश दिया गया है। दुर्गापूजा के दौरान सभी प्राथमिक स्वास्थ्य, अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र एवं जिला अस्पताल को चौबीसों घंटा खुला रहेगा तथा पोखर के पास भी डॉक्टर के साथ एंबुलेंस तैनात किया जाएगा। विधि व्यवस्था संधारण के साथ ही छेड़खानी, अपराध और असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। अनुमंडल अधिकारी अपने क्षेत्र में धारा-144 लागू कर दी गई है, कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जांच एवं टीकाकरण को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि जिले में अप्रिय घटना
होने की संभावना नहीं है लेकिन देश के विभिन्न भागों मे हाल में हुई घटनाओं से उत्पन्न साम्प्रदायिक स्थिति एवं आतंकवाद उन्मूलन के लिए की जा रही कार्रवाई के विरोध में साम्प्रदायिक संवेदनशीलता में वृद्धि हुई है। रिफाईनरी, चकिया, मल्हीपुर,
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बीहट, जीरोमाईल, देवना के अधिकतर प्रतिमाओं का विसर्जन सिमरिया घाट तथा जिला मुख्यालय की प्रतिमाओं का विसर्जन बड़ी पोखर में किया जाता है। जूलूस मार्ग में बथौली, देवना, मल्हीपुर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है तथा यहां विशेष सतर्कता रखने की आवश्यकता है। पंचायत चुनाव को लेकर ग्रामीण स्तर पर सम्भावित प्रत्याशियों के द्वारा तैयारी तथा प्रचार-प्रसार तेज कर दिया
गया है। ग्राम, मोहल्लों तथा वार्ड स्तर पर राजनीतिक प्रतिद्वन्दिता के कारण विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना बनी रहती है। निहित राजनीतिक स्वार्थ के लिए दो समुदाय के बीच की घटना को कभी-कभी साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश भी की जाती है। उत्तर प्रदेश एटीएस ने मूक तथा बधिर महिलाओं तथा बच्चों को प्रलोभन देकर धर्मान्तरित कराए जाने के मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी की गई है। धर्मान्तरण केस में उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा ग्लोबल पीस सेन्टर के अध्यक्ष मौलाना कलीम सिद्दिकी को मेरठ से गिरफ्तार किया गया। इस विषय को कतिपय लोगों के द्वारा साम्प्रदायिक रंग देने की चेष्टा की जा
रही है। कृषि कानूनों के विरोध में कतिपय किसान संगठनों के द्वारा पिछले कई महीनों से धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम किया जा रहा है। बिहार में किसान आन्दोलन की कोई विशेष प्रतिक्रिया नहीं हो रही है, लेकिन निगरानी जरूरी है। 2022 में पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में चुनाव है, परोक्ष रुप से इसका प्रभाव बिहार के भी राजनीतिक तथा साम्प्रदायिक वातावरण पर पड़ सकता है। इन सभी मामलों के मद्देनजर निगरानी तथा सतर्कता बरती जा रही है। पूजा पंडाल के आसपास विशेष सतर्कता बरती जा रही है, मजिस्ट्रेट को स्पेशल पावर दिए गए हैं।
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