गोरखपुर कांड : हत्यारोपी पुलिस की पकड़ से दूर, श्रेय लेने में जुटी सरकार
कानपुर। युवा व्यापारी मनीष गुप्ता के सभी हत्यारे पुलिस की पकड़ से इसलिए दूर हैं कि सभी हत्यारोपी पुलिस विभाग के हैं। सरकार हत्यारोपियों को पकड़ने में दिलचस्पी नहीं ले रही और उनके नुमाइंदे मुआवजे को लेकर सरकार की वाहवाही करने में जुटे हैं। इससे ज्यादा शर्म की बात क्या हो सकती है कि भाजपा विधायक और मुख्यमंत्री की हंसती हुई फोटो होर्डिंग में लगाई गई। इसमें मृतक की फोटो भी लगाई गई और समाज में यह प्रचारित किया जा रहा है कि सरकार बधाई की पात्र है। यह बातें शुक्रवार को आर्य नगर सीट के सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कही। बर्रा के रहने वाले युवा व्यापारी मनीष गुप्ता की बीते
सप्ताह गोरखुपर में मौत हो गई थी और पुलिस पर हत्या का आरोप लगा था। इस पर उत्तर प्रदेश की सियासत तेज हो गई और थाना प्रभारी सहित छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। इसी बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पीड़ित पत्नी से मुलाकात कर 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का एलान किया। इसके बाद दबाव में आई सरकार ने पीड़ित पत्नी को सरकारी नौकरी और 40 लाख रुपये का मुआवजा दिया। इसके बाद यह लग रहा था कि मामला ठंडा हो जाएगा, लेकिन शुक्रवार को उस समय फिर राजनीति गरम हो गई जब वैश्य समाज की ओर से होर्डिंग लगवाई गई। होर्डिंग में बाएं तरफ छोटी
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छात्रा को अगवा कर नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म करने का आरोप,
सी मृतक मनीष गुप्ता की फोटो है तो दाएं तरफ भाजपा विधायक सुरेन्द्र मैथानी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हंसती हुई फोटो लगी है। नीचे की ओर कई वैश्य वर्ग के लोगों की फोटो लगी है। जिसमें यह भी लिखा गया कि 40 लाख रुपया और सरकारी नौकरी देने के लिए भाजपा विधायक और मुख्यमंत्री को बधाई। इस पर एक बार फिर उत्तर प्रदेश की सियासत गरम हो गई और सपा विधायक ने जमकर भड़ास निकाली। खून से सनी सरकार हो गई बेशर्म सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने भी बीजेपी को घेरते कहा है कि, इस तरह की बेशर्मी पहली बार देखने को मिली है। विधायक ने कहा कि सरकारी तंत्र के चलते मनीष की मौत हुई। अब जिस तरह से मृतक के परिवार को आर्थिक मदद के नाम पर बधाई की होर्डिंग लगाई गई हैं, वह
निदंनीय है। समाजवादी पार्टी इसका विरोध करती है। साथ ही मांग करती है कि छह आरोपित पुलिसकर्मियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो और कोर्ट के जरिए सजा मिले। आगे कहा कि पहले सरकार 10 लाख रुपये की मदद कर रही थी, जब सपा ने 20 लाख रुपये की मदद का ऐलान किया तब जाकर सरकार ने आर्थिक मदद बढ़ाई। उत्तर प्रदेश की सरकार खून से सनी हुई है और बेशर्म सरकार में मानवता कहीं भी दिखाई नहीं देती। ऐसी बेशर्म होर्डिंग का सपा पुरजोर विरोध करती है। सोशल मीडिया में लोग कर रहे कमेंट होर्डिंग में सभी नेताओं की मुस्कराते हुए फोटो लगाई गई है। जिसको लेकर आम लोग सोशल मीडिया पर तस्वीर को शेयर कर बीजेपी को घेरने के साथ आरोप लगा रहे हैं। एक यूजर्स ने लिखा कि विधायक और उनके कार्यकर्ता अब
मृतक के नाम पर वाहवाही लूट रहे हैं, जो सरासर गलत है। विधायक व अन्य नेताओं को माफी मांगनी चाहिए। हमें चाहिए इंसाफ होर्डिंग लगाने की हरकत से मीनाक्षी बेहद दुखी हैं। उनका कहना है कि मेरे निर्दोष पति की हत्या कर दी गई। हम इंसाफ के लिए लड़ रहे हैं। हर संभव तरीके से आवाज उठा रहे हैं। इसमें तमाम लोगों ने मेरा साथ दिया। हम उन सभी के ऋणी हैं जो हमारे साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े रहे। मगर जिस तरह से होर्डिंग लगाकर हत्या पर सियासत की जा रही है, यह नहीं होना चाहिए। यहां सब मामले में राजनीति करने लगे हैं।
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