CBI विवाद पर बोले अखिलेश यादव

अखिलेश ने यहां संवाददाताओं से कहा ”आज देश की संस्थाओं पर ताले लग रहे हैं। आखिर कौन सी ऐसी संस्था है जो बची रह गयी है। किसी भी सरकार या राजनीतिक दल को संस्थाओं से खिलवाड़ नहीं करना चाहिये। आप ऐसा करेंगे तो जनता किस पर विश्वास करेगी। संस्थाओं को खत्म करने का काम सबसे ज्यादा भाजपा ने ही किया है। देश का बैंकिंग तंत्र चौपट हो गया। यह सीबीआई से ज्यादा बड़ा संकट लाएगा।

अखिलेश ने कहा ”देश की एक-एक संस्था पर प्रश्नचिह्न लग रहा है। कौन किसको बचा रहा है। सरकारों ने सीबीआई का गलत इस्तेमाल किया है। उससे बहुत से लोगों को डराया है। सपा अध्यक्ष ने कहा ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के लोगों ने पिछली फरवरी में लखनऊ में बड़े तामझाम के साथ इन्वेस्टर्स समिट की थी। सरकार बताए कि कितने निवेशक आये और कौन सा बैंक उन्हें सहयोग कर रहा है।

अखिलेश ने कहा कि बड़ी वाहवाही के साथ हुई नोटबंदी का नतीजा यह है कि आजादी के बाद देश में पहली बार बैंक घाटे में आ गये हैं। नोटबंदी से देश में निवेश ही नहीं बल्कि खुशहाली भी रुकी है। आज लोग बैंकों का पैसा लेकर विदेश में बैठे हैं। अगर सिर्फ 2000 प्रमुख कर्जदार लोग अपना ऋण वापस कर दें तो शायद बैंकों में फिर से खुशहाली आ जाएगी।लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिये ना जाने कितनी मेहनत करते हैं। दुर्भाग्य है कि मौजूदा सरकार ने जिस तरह की व्यवस्था बनायी है, उसमें आज के युवा सपने भी नहीं देख सकते।