रीजनल सिनेमा को बढ़ावा देना आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम…
नई दिल्ली, 11 सितंबर। हॉलीवुड की वैश्विक उपस्थिति ने फ्रांसीसी, जर्मन और इतालवी फिल्म उद्योगों को कैसे प्रभावित किया है, इसके समानांतर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने हाल ही में यहां एक मीडिया सम्मेलन में कहा, भारत में रीजनल सिनेमा में कीमतों को विकसित नहीं होने देना चाहिए। कंगना इस शुक्रवार को हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज हुई फिल्म थलाइवी के प्रमोशन के लिए राष्ट्रीय राजधानी में आई थी। यह फिल्म दिवंगत जे. जयललिता के जीवन के बारे में है, जिन्होंने 14 से अधिक वर्षों तक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। कंगना ने फिल्म प्रदर्शकों से आग्रह किया कि वे हॉलीवुड से इस हद तक प्रभावित न हों कि वे क्षेत्रीय सिनेमा से दूर जाने लगें। उसने कहा: जैसे हॉलीवुड ने अन्य उद्योगों को नष्ट कर दिया है, यह हमसे आगे निकलने की कोशिश कर रहा है। हमें जंगल बुक के डब संस्करणों को दिखाने के बजाय क्षेत्रीय सिनेमा को प्रोत्साहित करना चाहिए और मलयालम या तमिल या पंजाबी या अन्य भाषाओं में फिल्मों के डब संस्करणों को बढ़ावा देना चाहिए। शेर राजा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में यही हमारा योगदान होगा। दिवंगत नेता के उस एक गुण के बारे में पूछे जाने पर, जिसे वह आत्मसात करना चाहेंगी इस पर कंगना ने कहा, उनकी सबसे बड़ी विशेषता उनका ²ढ़ संकल्प था, जिसने उन्हें चुनौतियों को स्वीकार करने और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने में सक्षम बनाया।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट