घर खरीदने के साथ कराएं बीमा, जरूर ध्यान रखें ये बातें

नवरात्रि से दीपावली तक हजारों लोग गाढ़ी कमाई खर्च कर घर खरीदते हैं। हालांकि ज्यादातर लोग इसकी सुरक्षा का ध्यान नहीं देते। विशेषज्ञों का कहना है कि घर खरीदने के साथ उसका बीमा कराकर भूकंप, आग जैसी आपदा या दुर्घटनाओं और सामान चोरी होने से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। अगर किफायती हो तो जिस बैंक से घर के लिए होम लोन लेते हैं, उससे भी बीमा करा सकते हैं।

व्यापक बीमा प्लान बेहतर
एक कंप्रिहेंसिव (व्यापक) बीमा पॉलिसी में घर का ढांचा और सामान दायरे में होता है। पॉलिसीबाजार डॉट कॉम के जनरल इंश्योरेंस के मुख्य कारोबारी अधिकारी तरुण माथुर का कहना है कि ग्राहक जरूरत के अनुसार, केवल मकान के ढांचे या केवल सामान का बीमा करा सकता है। चोरी, सेंधमारी के नुकसान के लिए भी एडऑन ले सकते हैं।

ऐसे लागत का आकलन करें
बीमा कंपनियां घर की लागत उस शहर में निर्माण के खर्च और कारपेट एरिया का गुणाकर निकालती हैं। लिहाजा आपका घर किस मंजिल पर हैं, इससे बीमा के प्रीमियम  पर फर्क नहीं पड़ता।

कई तरह के जोखिम का कवर
कंपनियां होम इंश्योरेंस प्लान में 11 तरह के जोखिम कवर करती हैं। आग, बिजली, गैस या किसी अन्य घरेलू उपकरण में विस्फोट, विमान से नुकसान, क्रेन जैसी किसी मशीन से टक्कर, भूस्खलन, विस्फोट, पानी के टैंक का ओवरफ्लो, मिसाइल परीक्षण से हुआ नुकसान, जंगल की आग या स्वचालित छिड़काव यंत्र से हुई क्षति। प्रीमियम आपकी संपत्ति के मूल्य पर निर्भर करता है। आप ऑनलाइन भी विभिन्न कंपनियों के प्लान की तुलना कर सकते हैं।

इन बातों का रखें ध्यान :
– आपको अपनी संपत्ति का वास्तविक मूल्य पता होना चाहिए
– ब्रोकर की बजाय ऑनलाइन पॉलिसी खरीदना ज्यादा सस्ता
– मकान में रह रहे शख्स का जीवन बीमा इसमें कवर नहीं
– घर की मंजिल या ग्राउंड फ्लोर से प्रीमियम में अंतर नहीं
– हाउसहोल्डर पॉलिसी में गैराज में खड़ी गाड़ी दायरे में नहीं

ग्रुप इंश्योरेंस भी विकल्प
कई सारी सोसायटी के लिए बीमा कंपनियां खुद ग्रुप पॉलिसी का भी विकल्प देती हैं। इसमें मकान का बीमा होता है और प्रत्येक मकान मालिक अपनी विशेष जरूरतों के अनुसार कुछ और चीजें भी जुड़वा सकता है।

घर बेचें तो कंपनी को सूचित करें
अगर आप बीमित मकान किसी को बेचते हैं तो इसकी सूचना बीमा कंपनी को देकर पॉलिसी कैंसल करा सकते हैं, क्योंकि मकान बेचने के बाद पॉलिसीधारक का हित उसमें नहीं रहता। नया मालिक चाहे तो पॉलिसी को चालू कर सकता है।