अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की पुरजोर वकालत करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि इसमें देरी के लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं। उन्होंने नवंबर को अयोध्या जाने की घोषणा की। मध्य मुंबई में सालाना दशहरा रैली को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अब ज्यादा वक्त नहीं रह गया है, लेकिन इस बार देश में 2014 जैसी लहर नहीं है।
इस मौके पर ठाकरे ने शिवसेना कार्यकर्ताओं से भी चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा। केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा-नीत गठबंधन सरकार तथा एनडीए के अहम सहयोगी दल शिवसेना ने आगामी चुनावों में अकेले लड़ने का एलान किया है।
अयोध्या जाकर करेंगे पीएम से सवाल
उन्होंने बड़ी तादाद में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच कहा, मैं 25 नवंबर को अयोध्या जाऊंगा। मंदिर निर्माण में देरी के लिए प्रधानमंत्री से सवाल करूंगा। हम प्रधानमंत्री के दुश्मन नहीं हैं, लेकिन नहीं चाहते कि जनता की भावनाओं से कोई खिलवाड़ हो।
उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि आखिर मोदी पिछले साढ़े चार साल में अयोध्या क्यों नहीं गए। अब यह जुमला नहीं चलेगा कि मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। हम संघ भी हमारी भाषा बोल रहा है। हाल ही में संघ नेता भैय्याजी जोशी ने कहा था कि राजा का दायित्व है कि वह जनता को खुश रखे। हम सभी जानते हैं कि लोकतंत्र में राजा कौन होता है।
उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा से सवाल किया कि मंदिर बनाने का जो वादा किया गया था, क्या वह भी एक जुमला था। महाराष्ट्र में सरकार के कुशासन के कारण ही हम भाजपा सरकार पर हमले बोलते रहते हैं।