*मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की खुली पोल,*
*ऑक्सीजन की कमी से 12 मरीजों की तड़प-तड़प कर मौत*
*हर तरफ परिजनों की चीत्कार, लेकिन सरकार कह रही,कहीं कोई दिक्कत नहीं*
*शहडोल/मध्यप्रदेश:-* मध्य प्रदेश के शहडोल मेडिकल कॉलेज में कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी से 12 कोरोना वायरस मरीजों की मौत हो गई है। सभी मरीज ICU में भर्ती थे। घटना शनिवार रात करीब 12 बजे की बताई जा रही है। मेडिकल कॉलेज के डीन का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी नहीं हुई है, बल्कि ऑक्सीजन का प्रेशर कम हो गया था। उन्होंने कहा कि ICU में और भी मरीज भर्ती हैं, यदि ऑक्सीजन की कमी होती तो और मौतें हो सकती थी लेकिन ऐसा नहीं है।
अस्पताल में हर तरफ उनके परिजनों की चीत्कार सुनाई दे रही है, लेकिन सरकार कह रही है कि कहीं कोई दिक्कत नहीं है। शहडोल मेडिकल कॉलेज में कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी से 12 मरीजो की मौत पर जिलाधिकारी ने कहा कि ऑक्सीजन नहीं होने से कोई मौत नहीं हुई है। अस्पताल अधीक्षक ने बताया था कि सुबह 8 बजे तक 6 मौतें हुई हैं और ये ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई हैं। ये गंभीर मरीज थे, जिनको पहले से कोई बीमारी थी।
बता दें कि शहडोल में कोरोना वायरस की रफ्तार काफी तेज है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि 24 घंटे के अंदर ऑक्सीजन की कमी के कारण 12 मरीजों की मौत हुई है। इनमें छह लोगों की मौत देर रात हुई है। मरीज के परिजनों का आरोप है कि ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने की वजह से लोगों की मौत हुई है।
बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन का प्रेशर शनिवार रात 12 बजे अचानक कम हो गया। इसके बाद मरीज तड़पने लगे। इसके बाद परिजन मास्क दबाकर उन्हें राहत देने की कोशिश करते रहे, लेकिन वे नाकाम रहे। इसके बाद सुबह छह बजे तक भी स्थिति नहीं संभली और 12 मरीजों ने ही दम तोड़ दिया। इसके बाद ICU में भर्ती इन मरीजों के परिजनों ने अफरा-तफरी मचा दी। इसके पहले भोपाल, सागर, जबलपुर, उज्जैन में ऑक्सीजन की कमी से संक्रमित गंभीर मरीजों की मौत हो चुकी है।
अपर कलेक्टर ने की पुष्टि
ऑक्सीजन की कमी के बाद कई मरीजों को ऑक्सीजन मास्क हाथ से दबाना पड़ा, मरीजों को लग रहा था कि शायद सही तरह से दबाने से ऑक्सीजन आ जाए। मामले में पहले मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद शिरालकर ने 6 मौतों की पुष्टि की। इसके थोड़ी देर बाद ही अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने 12 मौतें होने की जानकारी दी।
कमलनाथ के निशाने पर शिवराज सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘अब शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से मौतों की बेहद दुखद खबर? भोपाल , इंदौर , उज्जैन , सागर , जबलपुर , खंडवा , खरगोन में ऑक्सीजन की कमी से मौतें होने के बाद भी सरकार नहीं जागी? आखिर कब तक प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से यूं ही मौतें होती रहेगी?उन्होंने कहा कि शिवराज जी आप कब तक ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर झूठे आंकड़े परोसकर, झूठ बोलते रहेंगे, जनता रूपी भगवान रोज दम तोड़ रही है? प्रदेश भर की यही स्थिति है, अधिकांश जगह ऑक्सीजन का भीषण संकट है? रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी यही स्थिति है। सिर्फ सरकार के बयानों और आंकड़ो में ही ऑक्सीजन और रेमउेसिविर उपलब्ध है, लेकिन यह अस्पतालों से गायब है? सरकार कागजी बैठकों से निकलकर मैदानी स्थिति सम्भाले, स्थिति बेहद विकट है।