भाजपा राजस्थान विधानसभा चुनाव में कम से कम आधे सीटों पर नए चेहरों को मैदान में उतार सकती है। राज्यभर में कराए गए फीडबैक कार्यक्रमों के अनुसार भाजपा सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है। जिसके बाद पार्टी इस दिशा में विचार कर रही है।
राज्य में सात दिसंबर को चुनाव होने हैं। भाजपा पदाधिकारी ने बताया कि कैबिनेट मंत्रियों और मौजूदा विधायकों के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं के नकारात्मक फीडबैक के चलते मुख्यमंत्री पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इसके चलते पार्टी 200 विधानसभा क्षेत्रों में से कम से कम 100 सीटों पर उम्मीदवारों को बदल सकती है।
खबरों के मुताबिक भाजपा के चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य एक वरिष्ठ नेता ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी। वरिष्ठ नेता ने बताया, “गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया, सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग मंत्री सुरेंद्र गोयल, लोक निर्माण विभाग मंत्री यूनुस खान और देवस्थान मंत्री राजकुमार रिणवा जैसे वरिष्ठ मंत्रियों के खिलाफ असंतोष बढ़ता जा रहा है। ऐसे संकेत हैं कि करीब छह कैबिनेट मंत्रियों पर गाज गिर सकती है।”
राजस्थान में यह देखा गया है कि सत्ताधारी पार्टी ने किसी विधायक को दोबारा चुनाव लड़ाया है तो उसकी हार हुई है।