एक अंक से कुश्ती मैच का फाइनल हारने पर रेस्लर रीतिका ने मौत को लगाया गले…
महावीर सिंह फोगाट व बहनों के साथ रीतिका 👆
गीता-बबीता फोगाट की ममेरी बहन ने दुपट्टे से फांसी लगाकर की आत्महत्या…
लखनऊ/चंडीगढ़। भारतीय महिला कुश्ती में फोगाट सिस्टर्स का खूब नाम है। गीता फोगाट और बबीता फोगाट ने अपने खेल के दम पर भारत का गौरव बढ़ाया है। इन दोनों की ममेरी बहन रितिका भी कुश्ती में देश का गौरव बढ़ाना चाहती थीं और इसके लिए काफी मेहनत भी कर रही थीं। रितिका का सफर कुश्ती में हालांकि काफी कम रहा और स्टेट लेवल सब जूनियर टूर्नामेंट में हार के बाद उसने खुदकुशी कर ली। यह टूर्नामेंट 12 से 14 मार्च के बीच भरतपुर में खेला गया फाइनल मैच 14 मार्च को खेला गया, जिसमें रितिका को एक प्वॉइंट से हार का सामना करना पड़ा।
इस हार के बाद रितिका सदमे में चली गई और फिर सुसाइड का रास्ता अपना डाला। द्रोणाचार्य अवॉर्ड जीतने वाले महावीर फोगाट भी उस टूर्नामेंट में मौजूद थे। रितिका ने पंखे में अपना दुपट्टा डालकर फांसी लगा ली। रितिका के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालों को सौंप दिया गया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने भी कहा, हार की वजह से दुखी थी रीतिका…..
हरियाणा पुलिस ने इस केस में शुरुआती जांच के बाद आज अपना बयान दिया। चरखी दादरी के एसपी राम सिंह विश्नोई ने कहा कि बबीता फोगाट की रेसलर बहन रितिका ने सोमवार की रात दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने कहा कि रेसलिंग टूर्नामेंट में बहुत कम अंतरों से हारने की वजह से रितिका फोगाट काफी दुखी थीं और डिप्रेशन में थीं। इसी वजह से उन्होंने आत्महत्या की। हालांकि पुलिस ने ये सब शुरुआती जांच के तौर पर कहा है। पुलिस मामले की सत्यता की अभी भी जांच कर रही है। रीतिका अपने अंकल महावारी सिंह फोगाट के घर पर मृत पाई गई थीं।
रितिका ने महावीर सिंह फोगट से ली थी ट्रेनिंग…..
रितिका फोगाट ने बबीता और गीता फोगाट के पिता और पहलवान महावीर सिंह फोगाट से रेसलिंग की ट्रेनिंग ली थी। महावीर सिंह फोगाट खुद द्रोणाचार्य अवॉर्ड विनर रेसलर हैं। महावीर सिंह फोगाट ने खुद ही अपनी बेटी गीता और बबीता को ट्रेनिंग दी थी। इनके परिवार के ऊपर 2016 में आमिर खान की फिल्म दंगल भी आ चुकी थी। महावीर फोगाट स्पोर्ट्स एकेडमी चलाते हैं, वहीं रितिका ट्रेनिंग लिया करती थी।
इतना कठोर कदम नहीं उठाना चाहिए था. . . . .
गीता फोगाट ने ट्वीट कर कहा है कि उनका पूरा परिवार सदमे में है। उन्होने कहा, ”रितिका, मेरी छोटी बहन, मेरी चचेरी बहन, अब कहीं शांति में आराम कर रही होगी। यह मेरे परिवार के लिए बहुत दुखद समय है। रितिका एक बहुत ही सक्षम पहलवान थी … पता नहीं उसने ऐसा क्यों किया। जीवन में जीतना और हारना खेल का एक हिस्सा है। किसी को भी इतना कठोर कदम नहीं उठाना चाहिए।” फाइनल मुकाबले में रितिका भीलवाड़ा की पहलवान माया माली से 1 अंक से हार गई, जिसके बाद वो काफी निराश थी। वो अपनी ये हार बर्दाश्त नहीं कर पाई और डिप्रेशन में चली गईं थीं।
संवाददाता आफरीन फात्मा की रिपोर्ट, , ,