महंगे पेट्रोल-डीजल पर विपक्ष का हंगामा…
4 मिनट में ही राज्य सभा की कार्यवाही दोबारा स्थगित…
संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हो गया है।संसद से बजट तो पहले ही पास हो चुका है लेकिन चर्चा के लिहाज से ये सत्र काफी अहम है लेकिन सत्र की शुरुआत हंगामे के साथ हुई है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस के हंगामे के बाद राज्य सभा की कार्यवाही दोबारा स्थगित करनी पड़ी है।
बता दें, बजट सत्र का दूसरा चरण 8 अप्रैल तक चलेगा जिसमें विपक्ष और सरकार के बीच टकराव देखने को मिलेगा।शुरुआत ही हंगामेदार रही है, कांग्रेस सांसदों की तरफ से पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया गया है। कांग्रेस सांसदों की ओर से सदन में तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर नारे लगाने के बाद राज्य सभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।पहले कार्यवाही 11 बजे तक के लिए सथगित की गई. दोबारा मात्र 4 मिनट ही कार्यवाही चल पाई और 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सभापति ने की चर्चा की अपील
हंगामे के बीच राज्य सभा के सभापति वेंकैया नायडू ने कहा, ‘राज्य सभा में विपक्ष के नेता के तौर पर मल्लिकार्जुन का स्वागत करता हूं,वे देश में लंबे समय तक काम करने वाले नेताओं में से एक हैं। मैं सभी सदस्यों से सदन में उपस्थित रहने की अपील करता हूं ताकि यहां होने वाले डिबेट में हिस्सा लें और अपने ज्ञान को बढ़ा सकें,लेकिन विपक्ष लगातार नारेबाजी करता रहा।
राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर चर्चा होनी चाहिए. पेट्रोल लगभग 100, डीजल 80 और एलपीजी की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है।तेल की बढ़ती कीमतों से पूरा देश परेशान है।मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, किसान परेशान हैं इस पर चर्चा होनी चाहिए,सभापति वेंकैया नायडू ने कहा, ये रिकॉर्ड में नहीं जाएगा।
इससे पहले शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्य सभा में कहा,24 साल पहले, हमने संसद में 33 फीसदी महिला आरक्षण की बात कही थी।आज 24 साल बाद हमें संसद और विधान सभाओं में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाकर 50 फीसदी कर देना चाहिए।
राज्य सभा में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी की सांसद सोनल मानसिंह ने कहा कि हम बराबरी की बात करते हैं,इसलिए मेरी मांग है कि एक दिन अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस भी मनाया जाए।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…