30 के बाद दिखें और भी खूबसूरत…
तीस की उम्र के करीब पहुंचने के बाद स्त्रियों के लिए कठिन समय आता है। इस समय वे अपने करियर और पारिवारिक जीवन में पूरी तरह से जुट जाती हैं और त्वचा उम्र ढलने की तरफ इशारा करने लगती है। शारीरिक रूप से हमारा मेटाबॉलिज्म कम होने लगता है, वजन बढने और बाल पतले होने लगते हैं। उम्र के इस पडाव पर जब हम अपनी त्वचा में इस तरह का बदलाव देखते हैं तो परेशान हो जाते हैं। इस उम्र में त्वचा की देखभाल कैसे की जाए सखी के साथ जानें।
बढती उम्र और त्वचा: उम्र बढने के साथ त्वचा में कई नए तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहले कभी नहीं देखा होगा। इनमें से कुछ स्वाभाविक होते हैं, लेकिन अन्य हॉर्मोन के बदलाव के कारण होते हैं। उम्र बढने के साथ युवावस्थामें बदलाव करने वाले हॉर्मोंस बनने बंद हो जाते हैं। इसकारण त्वचा का लचीलापन और कुदरती नमी कम होने लगती है। यह एक सामान्य समस्या है। उम्र बढने के प्रमुख कारणों में से एक धूप को भी माना जा सकता है। यह सच है कि सूर्य की किरणों का प्रभाव त्वचा पर सीधा पडता है। जो लोग बचपन व युवावस्था में अधिक समय तक धूप में रहते हैं, उनकी त्वचा पर खुरदरापन, झुर्रियां व झाइयां दिखाई देते हैं। धूप के कारण कई युवतियों में झाइयां केवल 20 की उम्र में ही दिखाई देने लगती हैं।
जीवनशैली का असर: आपका खानपान और रहन-सहन का प्रभाव भी त्वचा पर पडता है। खासकर त्वचा बुरा प्रभाव धूम्रपान के कारण होता है। इससे त्वचा में मोटापा, झाइयां और झुर्रियों की समस्या हो सकती है। साथ ही इस कारण व्यक्ति वास्तविक उम्र से अधिक दिखाई देने लगता है। सिगरेट के धुएं में मौजूद टॉक्सिंस त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं और उसकी कुदरती नमी छीन कर असमय वृद्ध कर देते हैं।
कोलेजन की कमी: उम्र बढने के साथ शरीर का कोलेजन उत्पादन कम होने लगता है। जिससे त्वचा कमजोर और पतली हो जाती है। इसके कारण वसा अधिक मात्रा में जमकर सेल्यूलाइट का रूप ले लेती है। धीरे-धीरे त्वचा की चमक खोने लग जाती है।
कैसे रोकें बढती उम्र: हॉर्मोनल बदलाव, सूर्य की नुकसानदेह अल्ट्रावायलट किरणें, खानपान की गलत आदतें और जीवनशैली के कारण त्वचा पर बढती उम्र का असर दिखने लगता है। इसलिए स्वस्थ जीवन जीने का हुनर सीखना जरूरी है। संतुलित पौष्टिक खाना, समय पर सोना और उठना, पर्याप्त पानी, ताजे फल व सब्जियों का सेवन जरूरी है। ये सभी ऑक्सीकरण के कारण होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन भी जरूरी है। यह त्वचा की कोशिकाओं को नुकसान होने से बचाता है।
व्यायाम है जरूरी: नियमित व्यायाम आपकी त्वचा को युवा रखने में मदद करता है। अगर आप विषाक्त पदाथरें से परहेज करते हैं तब भी आपकी त्वचा को प्राकृतिक रूप से संरक्षण करने में मदद मिलती है। अपने हार्ट रेट से 40 से 60 फीसद ज्यादा व्यायाम ही वजन, हार्ट और फेफडों के लिए उपयुक्त है, बल्कि इससे त्वचा में भी नई ऊर्जा का संचार होता है। 10-15 मिनट ट्रेडमिल पर दौडने से भी लाभ होता है। इससे फ्री रेडिकल्स डैमेज होते हैं जिससे कोलेजन का स्तर कम होता है। इसके अलावा, सूर्य की किरणें त्वचा की उम्र बढने का एक प्रमुख कारण हैं तो इससे बचने के लिए एसपीएफ 30 युक्त सनस्क्रीन का प्रयोग करें। यह त्वचा को यूवीए और यूवीबी दोनों किरणों से बचाती है।
तनाव से रहें दूर: घर-बाहर दोनों तरह की लगातार चिंता, तनाव और कुंठा, ऐसे कारण हैं तो सेहत और त्वचा पर बुरा असर डालते हैं। तनाव से दिमाग पर भी असर पडता है जिससे ब्लड प्रेशर बढता है और नींद कम आती है। पर्याप्त नींद न लेने से त्वचा के क्षतिग्रस्त हुए कोश पुनर्जीवित नहीं हो पाते। इस तरह असमय एजिंग शुरू हो जाती है। इस उम्र में सब कुछ नियमित रूप से करना जरूरी है। तनाव दूर करने के लिए ध्यान और मेडिटेशन जरूरी है।
क्या करें इस्तेमाल: सामान्य फोम वाले क्लींजर का प्रयोग करें। उसके बाद ऐसे उत्पाद जिसमें बढती उम्र को रोकने वाले तत्व हों, जैसे अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड या रेटीनॉल युक्त क्रीम या लोशन का प्रयोग करें। ये कोलेजन को दुरुस्त करने में मदद करते हैं जो आपकी त्वचा में हुए नुकसान को प्राकृतिक रूप से भरता है। अंत में, सनस्क्रीन का प्रयोग करना बिलकुल न भूलें। मेकअप से त्वचा की त्रुटियां और उम्र के निशान छिप जाते हैं, लेकिन गलत मेकअप आपको एक उम्रदाज लुक देता है। यानी अधिक फाउंडेशन, बेस और पाउडर के प्रयोग से बचें।
छोड़े ऐसी आदतें:-
-अधिक तैलीय और गर्म तासीर वाली चीजों से दूर रहें। मसलन-वनस्पति तेल, रेड मीट, व्हाइट ब्रेड, प्रोसेस्ड फूड, मक्खन, अचार, अधिक मीठा।
-प्रकृति ने जो हमें दिया है उसी में जीना सीखें। खानपान, रहन-सहन, ज्यादा खाना या ज्यादा सोना, कम सोना, ज्यादा काम करना यानी आपके जीवन में नियंत्रण में नहीं रहने वाली चीजें आपको बूढा और बीमार कर देते हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…