*दोहरे हत्याकांड के आरोपियों पर इनाम घोषित करने की सिफारिश*

*दोहरे हत्याकांड के आरोपियों पर इनाम घोषित करने की सिफारिश*

 

*एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और एसओजी की टीमें लगी, मगर कोई सफलता नहीं लगी हाथ सकी*

 

*फायरिंग में घायल प्रेम के जबड़े से गोली निकाल दी गई,हालांकि, चिकित्सकों को जबड़ा बाहर निकालना पड़ा* 

 

*दादरी।* गिरधरपुर गांव में हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित करने के लिए बादलपुर पुलिस ने पुलिस आयुक्त को फाइल भेजी है। गुरुवार तक सभी आरोपियों पर इनाम की घोषणा हो सकती है। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमों ने उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली में कई जगह दबिश दी है लेकिन उनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।

 

दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी देवेंद्र गुर्जर अपने भाइयों के साथ फरार है। पुलिस ने इस हत्याकांड में आठ लोगों को नामजद किया है। घटना के बाद से ही एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और एसओजी की टीमें लगी हैं मगर कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी है। बादलपुर पुलिस ने पुलिस आयुक्त को आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित करने के लिए रिपोर्ट भेजी है। वहीं, पुलिस को अंदेशा है कि सभी आरोपी अदालत में समर्पण करने की फिराक में हैं।

 

हत्याकांड के बाद फॉरेंसिक लैब की टीम ने मौके का मुआयना किया था। इसके बाद पुलिस के सामने नए तथ्य निकल कर आए हैं। अभी तक माना जा रहा था कि मुख्य आरोपी देवेंद्र के दोनों लाइसेंसी हथियारों से ही फायरिंग हुई थी मगर लैब रिपोर्ट में दो नहीं तीन हथियारों से फायरिंग होने की बात सामने आई है। घटनास्थल से मिले कारतूस के खोखे तीन हथियारों के हैं। वहीं, पुलिस को मौके से एक पिस्टल के लाइसेंस की बुक भी मिली है। लाइसेंस गाजियाबाद से निर्गत किया हुआ है। मौके से तीसरे हथियार का लाइसेंस मिलने से फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट की पुष्टि हो रही है। अब पुलिस ने तीसरे लाइसेंस के निरस्तीकरण के लिए डीएम गाजियाबाद को रिपोर्ट भेजी है। वहीं, पुलिस को अंदेशा है कि तीन लाइसेंसी हथियारों के अलावा अवैध हथियार का भी इस्तेमाल हुआ है।

 

फायरिंग में घायल हुए प्रेम के जबड़े से गोली निकाल दी गई है। हालांकि, चिकित्सकों को जबड़ा बाहर निकालना पड़ा है। हालांकि, वह अभी इस स्थिति में नहीं है कि पुलिस को बयान दे सके।

 

घटनास्थल से तीसरा लाइसेंस मिला है। लाइसेंस एक व्यक्ति के नाम पर जनपद गाजियाबाद से निर्गत है। इसके निरस्त कराने के लिए रिपोर्ट भेज दी गई है।

 

-हरीश चंद्र, डीसीपी (सेंट्रल नोएडा)