बाइक बोट घोटाले में पति-पत्नी गिरफ्तार…

बाइक बोट घोटाले में पति-पत्नी गिरफ्तार…

42 हजार करोड़ का हुआ था घोटाला…

नई दिल्ली, 10 फरवरी। 42 हजार करोड़ के बाइक-बोट घोटाला मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने एक निदेशक को उसकी पत्नी सहित गिरफ्तार किया है। आरोपी इस कंपनी में बतौर निदेशक काम करते थे और घोटाले के बाद से फरार हो गए थे। उन्हें 2019 में गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस पूरे घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा के पास दिल्ली के लगभग 8000 लोगों से 250 करोड़ रुपये की ठगी की जानकारी है। इस मामले को लेकर वह छानबीन कर रही है।

संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार, कई लोगों ने संजय भाटी एवं गर्वित इन्नोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत दर्ज की थी। गौतमबुद्ध नगर स्थित इस कंपनी के निदेशक एवं सीएमडी पर उन्होंने ठगी का आरोप लगाया था। लगभग 42,000 करोड़ रुपये की ठगी का यह मामला बताया गया था। इस शिकायत पर मामला दर्ज कर आर्थिक अपराध शाखा ने जांच शुरू की. मामले की जांच के दौरान पता चला कि लगभग 8000 शिकायतकर्ता अकेले दिल्ली के हैं। इनसे 250 करोड़ से ज्यादा की ठगी हुई है।

मामले की जांच के दौरान आर्थिक अपराध शाखा ने कंपनी के विभिन्न बैंक खातों को खंगाला. उन्हें पता चला कि वह आरबीआई से बतौर एनबीएफसी पंजीकृत नहीं थी। उसे लोगों से रुपये एकत्रित करने का कोई अधिकार नहीं था। उसने अवैध तरीके से लोगों से हजारों करोड़ रुपये एकत्रित कर लिए. उन्हें पता चला कि लखनऊ के प्रवर्तन निदेशालय द्वारा भी इस जालसाजी की जांच की जा रही है। नोएडा सहित अनेक राज्यों में भी कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज है। आरोपियों ने लगभग 42 हजार करोड़ कर घोटाले को अंजाम दिया है।

इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने 16 निदेशकों को गिरफ्तार कर लिया था। आगे छानबीन के दौरान उन्होंने अदालत की अनुमति से रविन्द्र कुमार एवं उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है। वह गौतमबुद्ध नगर में दर्ज एक मामले में न्यायिक हिरासत में चल रहे थे। अदालत से अनुमति के बाद उनकी गिरफ्तारी की गई है। इनकी गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक कुल 18 आरोपियों की गिरफ्तारी आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की जा चुकी है।

कंपनी ने लोगों से कहा कि वह 62,000 रुपये एक बाइक के लिए कंपनी में जमा कराएं और इससे उन्हें एक साल तक 9500 रुपये प्रत्येक महीना आमदनी होगी. इस तरह से उन्हें एक साल में लगभग दोगुनी रकम वापस मिल जाएगी। आकर्षक ऑफर होने के चलते लोग बड़ी संख्या में इसमें फंस गए. उन्होंने अपनी मेहनत का पैसा जमा करा दिया। जनवरी 2019 में कंपनी ने इलेक्ट्रिक बाइक स्कीम निकाली. उन्होंने लोगों से बाइक के लिए 1.24 लाख रुपये जमा कराने के लिए कहा. उन्हें बताया गया कि एक साल तक उन्हें प्रत्येक महीना 17 हजार रुपये मिलेंगे. उन्होंने कुछ लोगों को रुपये भी दिए, जिससे उनमें विश्वास जगा. बड़ी संख्या में लोगों ने जब रुपये जमा करा दिए तो यह कंपनी एवं उसके अधिकारी फरार हो गए थे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…