महिला सिपाही को कमरे में घुसकर “मित्र” सिपाही ने गोली से उड़ाया…

महिला सिपाही को कमरे में घुसकर “मित्र” सिपाही ने गोली से उड़ाया…

  अस्पताल में भर्ती घायल पुलिसकर्मी 👆

घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी 👆

महिला कांस्टेबल मेघा (फाइल फोटो) 👆

  आरोपी कांस्टेबल मनोज कुमार 👆

बाद में खुद भी सीने में मार ली गोली, हालत गंभीर: एसओ पर भी ताना तमंचा…

महिला सिपाही शादी से कर रही थी इंकार, इसी पर बात बढ़ी…

लखनऊ/अमरोहा। यूपी के अमरोहा के गजरौला थाना क्षेत्र में कल रात उस समय हड़कंप मच गया, जब एक सिपाही ने महिला सिपाही को उसके कमरे में घुसकर गोली मार दी और बाद में खुद को भी गोली मार ली। घायल हमलावर सिपाही को जब एसओ व अन्य पुलिसकर्मियों ने पकड़ने का प्रयास किया तो उसने उन पर भी तमंचा तान दिया। घटना के पीछे प्रेम-प्रसंग का मामला बताया जा रहा है, देर रात महिला सिपाही ने मुरादाबाद में इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।
आरोपी कांस्टेबल मनोज कुमार आदमपुर थाने की डायल 112 गाड़ी पर तैनात है जबकि महिला आरक्षी मेघा गजरौला थाने में तैनात थी। पुलिस अधीक्षक सुनीति के अनुसार कि दोनों पुलिसकर्मी किराये के एक ही मकान में साथ रहते हैं, दोनों 2018 बैच के सिपाही हैं। उन्होने बताया कि सिपाही मनोज कुमार ने पहले महिला सिपाही को गोली मारी और फिर खुद को भी गोली मारकर खुदकुशी की कोशिश की। दोनों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया, कांस्टेबल मेघा की देर रात इलाज के दौरान मृत्यु हो गई वहीं हमलावर सिपाही मनोज की भी हालत गंभीर बनी हुई है।बताया गया है कि दोनों पुलिसकर्मियों में शादी न करने की बात को लेकर विवाद था, महिला सिपाही शादी करने से इंकार कर रही थी।
रविवार की शाम भी दोनों के बीच फोन पर विवाद हुआ था, इसके बाद सिपाही मनोज तमंचा लेकर उसके कमरे पर पहुंच गया। वहां पर पहले महिला सिपाही के सीने में गोली मारी और फिर खुद के भी सीने पर गोली दाग ली। गोली की आवाज सुनकर बराबर के कमरे में रहने वाली साथी महिला सिपाही मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी थाना पुलिस को दी। पुलिस ने दोनों को घायलावस्था में सीएचसी में भर्ती कराया, जहां से दोनों को गंभीर हालत के चलते मुरादाबाद के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक सुनीति, सीओ सत्येंद्र सिंह व प्रभारी निरीक्षक आरपी शर्मा फोरेसिंक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं।
दौड़ते हुए अस्पताल पहुंचे कोतवाल. . . . .
थाना परिसर में घटी इस सनसनीखेज घटना के बाद कोतवाल आरपी शर्मा व एसएसआई प्रमोद पाठक थाने से ही सीधा दौड़ते हुए गजरौला सीएचसी में पहुंचे, यहां चिकित्सक नहीं मिले। कुछ देर बाद चिकित्सक पहुंचे। उन्होने दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया, एंबुलेंस मिलने में भी कुछ समय लग गया। बताया गया है कि मनोज और महिला सिपाही में पहले “दोस्ती” थी, दोनों के बीच शादी की बात को लेकर मतभेद हुए, पिछले 15 दिनों से मनोज मेघा को कुछ ज्यादा परेशान कर रहा था और जबरन उसके कमरे में घुस जाता था। इसकी चर्चा महिला सिपाही ने अपनी साथियों से की थी। उधर मकान मालिक की पत्नी ने बताया सितंबर माह में जब महिला सिपाही ने कमरा किराए पर लिया तो मनोज ही सामान लेकर आया था।
गेट बंद होने पर रसोई से कमरे में घुसा मनोज…..
घटना के समय मेघा के कमरे का गेट बंद था, मनोज पास में स्थित रसोई में खुली खिड़की के रास्ते से अंदर घुस गया। वहां मारपीट करने के बाद मेघा को गोली मार दी। कमरे में मौके पर सेब कटे हुए मिले हैं चादर पर खून था। ऐसा लग रहा था कि जैसे गोली चलने से पहले दोनों के बीच मारपीट भी हुई थी। इंस्पेक्टर आरपी शर्मा ने बताया कि दोनों के बयान लेने का प्रयास किया गया तो मनोज ने चिल्लाकर कहा कि मैंने ही गोली मारी है, जबकि मेघा बेहोश होने के कारण बयान नहीं दे सकी। (1 फरवरी 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,