आपदा में अवसर तलाश अपने सपने को पूरा किया लखनऊ की स्नेहा आनंद ने…
मिस इंडिया क्वीन ऑफ हार्ट (नॉर्थ जोन) बनीं ठाकुरगंज की स्नेहा ने कहा- बेटियों को पढ़ाएं, आगे बढ़ाएं…
“युवा अगर ठान लें तो कुछ भी नहीं है मुश्किल”…
लखनऊ। वैश्विक आपदा कोरोना महामारी के चलते जहां बहुत कुछ उलट पलट हो गया, लोगों के काम काज व उनकी जीवन शैली पर भारी असर पड़ा तो वहीं हिम्मत न हारने वाले तमाम लोगों ने ऐसे में भी अपनी प्रतिभा को निखारने में समय का सदुपयोग किया। ऐसी ही एक युवा प्रतिभा स्नेहा आनंद लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके से भी सामने निकल कर आईं, जिन्होने लाॅकडाउन में बाधित पढ़ाई के समय का अपने सपने को पूरा करने में इस्तेमाल किया और “मिस इंडिया क्वीन आॅफ हर्ट नॉर्थ जोन” का खिताब हासिल किया।
“हिंद वतन समाचार” के विशेष आग्रह पर लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पत्रकार आलोक कुमार त्रिपाठी ने उनका साक्षात्कार किया, जिसमें बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी की पीएचडी फार्मास्यूटिक की तृतीय वर्ष की छात्रा स्नेहा आनंद ने बताया कि इस क्षेत्र में जाने का सपना तो उनका पहले से ही था पर लाॅकडाउन के समय पढ़ाई में व्यवधान आने पर उन्होने प्रतियोगिता के कई राउंड में हिस्सा लिया और अंततः मिस इंडिया क्वीन आॅफ हर्ट नॉर्थ जोन का खिताब हासिल किया।
स्नेहा आनंद का कहना है कि उन्हे अपने सपने को पूरा करने में परिवार और प्रतियोगिता की डायरेक्टर सलोनी अग्रवाल का पूरा सहयोग मिला। उन्होने कहा कि युवतियों को हिम्मत नहीं हारना चाहिए और पढ़ाई के साथ-साथ अपनी प्रतिभा को अन्य क्षेत्रों में भी निखारना चाहिए। इस क्षेत्र में स्ट्रगल तो बहुत है, पर टीवी, ऐड फिल्म, म्युजिक व अभिनय जगत में अपार संभावनाएं भी हैं। स्नेहा कहतीं हैं कि फिलहाल तो उन्हे पीएचडी पूरी करनी है परंतु फैशन क्षेत्र में वे आगे और बड़ा मुकाम हासिल करने के लिए लगातार प्रयासरत रहेंगी।
एम. फार्मा- 2008 की गोल्ड मेडलिस्ट रहीं स्नेहा आनंद ने कहा कि उनका उद्देश्य पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने के साथ- साथ नारी सशक्तिकरण के लिए काम करना है। पिता के निधन के पश्चात घर की विषम परिस्थितियों के बावजूद उनकी मां ने उनका हर कदम पर साथ दिया और इस खिताब का श्रेय वे अपनी मां को देतीं हैं।
“हिंद वतन समाचार” के लिए आलोक कुमार त्रिपाठी की विशेष रिपोर्ट, , ,