पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की जयन्ती (किसान दिवस) के अवसर पर…

पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की जयन्ती (किसान दिवस) के अवसर पर…

आज उ0प्र0 किसान कांग्रेस मध्यजोन द्वारा ”किसान स्वाभिमान महापंचायत” का आयोजन…

लखनऊ 23 दिसम्बर। पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की जयन्ती (किसान दिवस) के अवसर पर आज उ0प्र0 किसान कांग्रेस मध्यजोन द्वारा ”किसान स्वाभिमान महापंचायत” का आयोजन उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी की अध्यक्षता में उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी मुख्यालय नेहरूभवन 10 माल एवेन्यू लखनऊ पर सम्पन्न हुआ। किसान कांग्रेस के मध्यजोन के अध्यक्ष श्री तरूण पटेल द्वारा  आयोजित इस महापंचायत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण सहित किसान संगठनों व किसान कांग्रेस के पदाधिकारी व हजारों की संख्या में प्रदेश के कोने-कोने से आये किसान शामिल हुए।
किसान स्वाभिमान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानूनों को लेकर जब हमारे नेता राहुल गांधी ने आवाज उठायी तो किसान संगठनों ने उनकी आवाज में आवाज मिलायी। उन्होने कई प्रदेशों का दौरा किया और सरकार ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। किसान आज आत्महत्या कर रहा है। भाजपा सरकार कहती थी कि किसानों की आय दुगुनी करेंगे और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करेंगे। आज किसान अपनी उपज का उचित मूल्य के लिए तरस रहा है। आज किसान दिवस के दिन मुख्यमंत्री को किसानों की मांग के साथ खड़ा होना चाहिए। आज किसान दिल्ली बार्डर पर आन्दोलनरत है सुप्रीमकोर्ट ने कहा कि किसानों को अपनी आवाज उठाने का मौलिक अधिकार है। लेकिन यह सरकार नहीं मानती। 14 दिनों में गन्ने का भुगतान न होने पर ब्याज सहित भुगतान करने की बात कही लेकिन आज चार वर्ष हो चुके हैं अभी तक हजारों करोड़ बकाया है। किसानों की बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा नहीं दिया गया।
कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने कहा कि आज किसान को न तो उसके उपज का उचित मूल्य मिल रहा है और न ही उसकी लागत निकल पा रही है। भाजपा ने किसानों को दुगुनी आय का झांसा दिया और आज किसान दुगुनी आय को कौन कहे, आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या करने के लिए विवश हो रहा है।
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा’मोना’ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रियंका गांधी जी के नेतृत्व में किसानों के संघर्ष में सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी। उन्होने कहा कि भाजपा को तीनों काले कृषि कानून वापस लेना होगा।
महापंचायत में पारित प्रस्ताव में कहा है कि – किसान कांग्रेस के द्वारा किसान स्वाभिमान महापंचायत किसानों के जनहित के लिए बुलाई गई यह पंचायत है जिसमें वर्तमान में किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ और आने वाले समय के लिए एक ढांचागत और समयबद्ध तरीके से लड़ाई लड़ने के लिए एक संवैधानिक तौर तरीके अपनाए जाने की जरूरत है।
1.  यह महापंचायत दिल्ली व देश के अन्य भागों में हमारे किसान भाई जिस तरीके से सत्य अहिंसा और सत्याग्रह के रास्ते मौजूदा सरकार से इस हाडकंपाती ठंड के दौरान भी 3 किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध में डटे हुए हैं, यह महापंचायत उन किसानों के समर्थन में प्रस्ताव पेश करती है और वर्तमान सरकार जब तक उन तीन काले कानूनों को खत्म नहीं कर देगी यह लड़ाई जारी रहेगी।
2. गन्ना किसानों के बकाये का समयबद्ध भुगतान करने और अन्ना जानवरों की बढ़ती समस्या के समुचित निस्तारण तथा किसानों को हो रहे नुकसान के लिए सरकार अपनी जवाबदेही सुनिश्चित करे और किसानों को मुआवजा प्रदान करे। जब तक इन समस्याओं का हल नहीं हेा जाता किसान कांग्रेस संगठन स्तर पर किसानों की इस लड़ाई को लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
3. किसान होने के नाते हम सबका धर्म किसानी हैं लेकिन उपज का सही दाम मिलना हमारा अधिकार है। देश के किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम0एस0पी0) की गारंटी जब तक सरकार लिखित रूप में नहीं दे देती है तब तक किसान कांग्रेस इसके लिए लड़ाई लड़ती रहेगी। कांग्रेस की मांग है कि अध्यादेश लाकर एमएसपी से नीचे की खरीद पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
4.  प्रदेश में बुनियादी ढांचा विकास के लिए यह जरूरी है कि केंद्र सरकार रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (बुनियादी ढांचा विकास निधि) जो रोक रखा हैं उसे जारी करे और किसान महापंचायत इस प्रस्ताव में राज्यों के ढांचागत विकास के लिए और संघीय ढांचे को कमजोर करने की सियासी चाल का विरोध करती है।
विधायक मसूद अख्तर, पूर्व सांसद राजाराम पाल सहित भारी संख्या में कांग्रेसजन एवं किसान मौजूद रहे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…