*”परिश्रम भवन” की कीमती भूमि को हड़पने व संस्था पर कब्जे की साजिश…..*

*”परिश्रम भवन” की कीमती भूमि को हड़पने व संस्था पर कब्जे की साजिश…..*

*”परिश्रम भवन” की जमीन पर है भू-माफिया की नजर* 👆

*चिनहट के भरवारा में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने रखी थी आधारशिला*

*एक महिला सहित 4 लोगों व अन्य के विरुद्ध एफआईआर*

*मुख्य साजिशकर्ता बिहार के सीवान का. . . !*

*लखनऊ।* पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा राजधानी के भरवारा गांव में जिस “परिश्रम भवन” की आधारशिला रखी गई थी, उस भूमि पर कब्जा करने की साजिश के तहत जालसाजों ने “एप्रोप्रिएट टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एसोसिएशन” संस्था के पदाधिकारियों के नाम से फर्जी कागजात तैयार करके संस्था पर अपना दावा जताने का असफल प्रयास किया और परिश्रम भवन परिसर की भूमि को फर्जी तरीके से किराए पर उठाकर लाखों रुपए हड़प लिए। इस संबंध में चिनहट कोतवाली में एक महिला सहित 4 नामजद लोगों व उनके साथियों के विरुद्ध जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
संस्था के केयर टेकर जय प्रकाश द्वारा लिखाई गई एफआईआर में कहा गया है कि एप्रोप्रिएट टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एसोसिएशन ने चिनहट तहसील के अंतर्गत भरवारा गांव में स्थित दो बीघा 10 विस्वा 11 कंचवान्सी भूमि गया प्रसाद एवं बद्री प्रसाद से 25 जनवरी 1984 को खरीदी थी। 28 दिसंबर 1987 को भूमि का दाखिल खारिज भी संस्था के नाम पर हो गया। इस भूमि पर सामाजिक उत्थान के कार्यक्रमों को चलाने हेतु पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा भूमि पूजन कर प्रशिक्षण भवन की आधारशिला रखी गई, तथा अटल जी के सुझाव पर इसका नाम “परिश्रम भवन” रखा गया। जिला विकास अभिकरण ने अवस्थापना निधि के तहत भवन के निर्माण कार्य हेतु 20,90,940 रुपए का आर्थिक अनुदान दिया था।
एफआईआर में कहा गया है कि संस्था परिश्रम भवन पर एवं यहां संचालित योजनाओं पर करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी है। संस्था की परिसंपत्तियों को हड़पने एवं संस्था पर कब्जे के लिए खुल्दाबाद- इलाहाबाद निवासी मो० हारून सिद्दीकी, मल्हौर निवासी अशोक कुमार पांडेय, पंचवटी रिवर बैंक कालोनी निवासी रजनी गुप्ता एवं सीवान बिहार निवासी वहजाद हुसैन व उनके साथियों ने डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म सोसाइटी एवं चिट्स लखनऊ मंडल के यहां फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर अध्यक्ष एवं महामंत्री व संस्था के सदस्यों के फर्जी नाम दाखिल कर संस्था पर कब्जे का प्रयास किया, पर डिप्टी रजिस्ट्रार ने जांचोपरांत उसे खारिज करते हुए 27 अक्तूबर 2018 को संस्था के पक्ष में नवीनीकरण का प्रमाण-पत्र जारी कर दिया।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आरोपी परिश्रम भवन परिसर की जमीन को फर्जी तरीके से किराए पर उठाकर लाखों रुपए हड़प रहे हैं और इस सारी जालसाजी का मुख्य साजिशकर्ता सीवान बिहार का रहने वाला सेवाच्युत कर्मचारी वहजाद हुसैन है। पुलिस ने इस संबंध में आईपीसी की धारा 419/420/467/468 एवं 471 के तहत एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। (20 दिसंबर 2020)
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*