महिला दरोगा से “दोस्ती” में युवा पत्रकार को मिली मौत…..!

महिला दरोगा से “दोस्ती” में युवा पत्रकार को मिली मौत…..!

  पत्रकार सूरज पांडेय (फाइल फोटो) 👆

आरोपी महिला दरोगा सुनीता चौरसिया 👆

  घटनास्थल की छानबीन करते हुए पुलिस अधिकारी 👆    

दरोगा, ड्राइवर व अन्य अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज…

रेलवे लाइन के किनारे मिला शव, टूटे मिले मोबाइल…

लखनऊ/उन्नाव। उन्नाव के गंगाघाट थाना क्षेत्र में कल रेलवे लाइन के किनारे युवा पत्रकार सूरज पांडेय का शव मिलने के मामले में महिला दरोगा सुनीता चौरसिया, उसके ड्राइवर व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।मोहल्ला एबी नगर निवासी पत्रकार सूरज पांडेय की मौत के मामले में मृतक की मां ने पुलिस वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्नाव पुलिस ने मां लक्ष्मी पांडेय की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली है। पत्रकार की कथित आत्महत्या के मामले में बिहार थाने में तैनात महिला दरोगा सुनीता चौरसिया व महिला थाना एसओ के ड्राइवर अमर सिंह व अन्य अज्ञात के खिलाफ हत्या, हत्या का षड्यंत्र रचने व जान की धमकी देने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
बताते चलें कि कल दोपहर पत्रकार सूरज पांडे का शव सदर कोतवाली क्षेत्र में शराब मिल के पीछे रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत हालत में मिला था। पिता के अनुसार महिला दरोगा की सूरज से मित्रता थी, उन्होने सिपाही की मदद से सूरज की हत्या कराने का महिला दरोगा पर आरोप लगाया है। पुलिस ने सूरज के मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर जांच शुरू कर दी है। पत्रकार सूरज पांडेय की मां लक्ष्मी पांडेय ने बताया कि सूरज कल सुबह लोवर और टीशर्ट में ही घर से निकला था। जब वह काफी देर तक घर नहीं आया तो उसे फोन किया गया, लेकिन उसके मोबाइल बंद थे। उसकी खोज शुरू की गई, शाम करीब 5 बजे कोतवाली क्षेत्र के शराब मिल के पास रेलवे क्रॉसिग के पास उसका शव मिला‌।
इसकी सूचना मिलने पर एसपी आनंद कुलकर्णी, एएसपी विनोद कुमार पांडेय व सीओ सिटी गौरव त्रिपाठी ने भी मौके पर जाकर जांच पड़ताल की। एसपी ने बताया कि दिवंगत की मां ने किसी सिपाही पर युवक को बुधवार रात मोबाइल पर धमकी देने की बात कही है। सदर कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्र के अनुसार बताया पत्रकार सूरज के मोबाइल मौके पर टूटे हुए मिले है, उन्हे कब्जे में लेकर उसकी काॅल डिटेल निकलवाई जा रही है। एसआई सुनीता चौरसिया वह आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302/120बी एवं 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मृतक सूरज उर्फ आनंद पांडे की मां लक्ष्मी पांडे ने बताया कि पत्रकारिता के दौरान उनके पुत्र की मित्रता उप निरीक्षक सुनीता चौरसिया के साथ हो गई, सुनीता चौरसिया कई बार उनके घर भी आ चुकी हैं। बीते 11 नवंबर को सुनीता चौरसिया के ड्राइवर अमर सिंह ने फोन पर सुनीता चौरसिया का नाम लेकर बुरा भला कहा और देख लेने की धमकी दी थी। 12 नवंबर को सूरज को फोन कर बुलाया गया, इसके बाद उसकी कोई जानकारी नहीं मिली। शिकायत के अनुसार, सूरज के घर से निकलने के बाद उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया था। तहरीर में सुनीता चौरसिया, अमर सिंह और उसके साथियों पर षड्यंत्र रचकर पत्रकार की हत्या कर शव को रेलवे लाइन के किनारे फेंकने का आरोप लगाया गया है। (13 नवंबर 2020)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,