सरकारी जमीन के विवाद में दो पक्षों में चले लाठी डंडे…
फायरिंग से क्षेत्र में फैली दहशत…
इटावा/उत्तर प्रदेश-: ब्लॉक बसरेहर के गांव कुनैया में एक सप्ताह पहले कब्जा मुक्त कराई गई ग्राम समाज की जमीन को लेकर शनिवार सुबह दो पक्ष निकलने को लेकर आपस में भिड़ गए। इस पर दोनों पक्षों की ओर से जमकर लाठी डंडे चलने व फायरिंग किए जाने से क्षेत्र में दहशत फैल गई। फायरिंग की सूचना पर सीओ समेत थाना पुलिस बल मौके पर पहुंचा और मामले की जानकारी कर मारपीट में घायल एक दर्जन लोगों को इलाज के लिए सीएचसी भिजवाया। जहां कुछ लोगों के चोट अधिक होने पर उन्हें जिला अस्पताल रिफर किया गया। देर शाम तक तहरीर न मिलने से मामला दर्ज नहीं किया जा सका।
थाना क्षेत्र के गांव कुनैया में 26 सितम्बर को सदर तहसीलदार एनराम ने पुलिस बल के साथ गांव पहुंचकर ग्राम समाज की जमीन पर अवैध तरीके से किए गए कब्जे को जेसीबी की मदद से हटवाकर उस पर चकरोड पड़वाई थी। इसी जमीन को लेकर गांव के ही दो पक्षों में पुरानों विवाद चला आ रहा था। शनिवार सुबह सात बजे रास्ते से निकलने को लेकर सौदान सिंह व दूसरा पक्ष मान सिंह में झगड़ा हो गया। जिसके बाद दोनों पक्षों के समर्थकों ने एक दूसरे पर लाठी डंडों, ईंट पत्थरों से हमला करने के साथ ही फायरिंग भी हुई तो गांव में दहशत फैल गई। इस झगड़े में एक पक्ष से सात जबकि दूसरे पक्ष के पांच लोग बुरी तरह घायल हो गए। गांव वालों ने झगड़े की सूचना तुरंत डायल-112 पर पुलिस को दी गई। फायंरिग की घटना की जानकारी होने पर सीओ जसवंतनगर रमेश सिंह समेत थाना प्रभारी निरीक्षक बसरेहर जितेन्द्र कुमार शर्मा भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे लेकिन तब तक झगड़ा कर रहे कई लोग पुलिस को देखकर भाग खडे हुए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल अवस्था में मिले एक पक्ष से सौदान सिंह, महेश बाबू, रमेश चंद्र, रामचरन, उमेश बाबू, दीपचंद्र, रिंकू, देवेंद्र सिंह व प्रियंका घायल हो गए। जबकि दूसरे पक्ष से लाखन सिंह के पुत्र मान सिंह, सर्वेश कुमार, यदुवीर सिंह व गुरदीप सिंह को घायल अवस्था में सरकारी जीप से सीएचसी भिजवाया। जहां तीन लोगों के चोट अधिक होने पर डाक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रिफर किया गया। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि फायरिंग की आवाज में आसपास का क्षेत्र गूंज उठा। जिसके चलते किसी ने घटनास्थल पर जाने की हिम्मत नहीं की।
पत्रकार नितेश प्रताप सिंह रिपोर्ट…