योगी सरकार की नाकामी गिनाने सपा कार्यकर्ताओं ने कचहरी पर दिया धरना…
उप ज़िलाधिकारी सदर को महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित 11 सूत्रिय मांग का ज्ञापन सौंपा गया…
रिचा सिंह पुलिस को चकमा देकर पहुँची धरना स्थल…
प्रयागराज/उत्तर प्रदेश:- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आहृवान पर ज़िला मुख्यालय सहित सभी तहसीलों पर एक दिवसीय धरना देने के पूर्व घोषित कार्यक्रम को लेकर कई दिनों से तय्यारी चल रही थी।महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन के नेत्रित्व में प्रातः दस बजे से ही कचहरी स्थित टेम्पो स्टैण्ड पर सपाईयों का जमावड़ा लगना शुरु हो गया था। भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद लोगों का जुलूस लेकर धरना स्थल पर पहुंचने का क्रम चलता रहा। पूर्व विधायक हाजी परवेज़ अहमद, सांसद प्रत्याशी रहे राजेन्द्र पटेल, पूर्व सांसद धर्मराज पटेल, के के श्रीवास्तव, कमल सिंह यादव, विनोद चन्द्र द्वबे, रिचा सिंह समेत सभी वरिष्ठ नेता गण धरने में शामिल हुए।महानगर के नवनियुक्त महासचिव रविन्द्र यादव की अगुवाई में बड़ी संख्या में अधिवक्ता भी एक दिवसीय धरने में शामिल हुए।दो घंटे तक चले धरना स्थल पर पहोँचे उपज़िलाधिकारी व आलाधिकारीयों की मौजूदगी में महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन ने महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित 11 सूत्रिय मांग सूना कर सौंपा। सपा की मांग थी के अतिवृष्टि, ओलावृष्टि,बाढ़ से नष्ट फसलों के लिए किसानों की क्षतिपूर्ति का तत्काल प्रबन्ध हो, गन्ना किसानों का बकाया और नियमानूसार देय ब्याज का भुगतान शीघ्रातिशीघ्र किया जाय, बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि रोकी जाय, बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली दी जाए।कोरोना संकट काल में बकाया बिल वसूली को रोका जाए। फर्ज़ी एनकाउन्टर बंद.हो, हिरासत में मौतों की न्यायिक जाँच हो,छात्रों की पाँच महीने लॉकडाउन अवधि की फीस माफ की जाए,बड़े स्कूलों में पात्र ग़रीब छात्रों को प्रवेश दिलाया जाए।बी एड व अन्य पाठ्यक्रमों मे दलित छात्रों को निशुल्क प्रवेश की पुरानी व्यवस्था बहाल हो, अपराधों की रोक थाम हो, खास कर महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं पर पुलिस प्रशासन को प्रभावी एवं सख्त कार्यवाही के आदेश दिए जाएँ। अपराधियों की ज़मानत न हो,इसके लिए अभियोजन पक्ष की तस्दीक़ की जाए। सरकारी सेवाओं में वर्ग ‘ख’ और ‘ग’ के कर्मचारियों की संविदा पर भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगे।समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का फर्ज़ी केस लगा कर उत्पीड़न तत्काल बन्द हो।जेल में बन्द पूर्वमंत्री एवं सांसद मोहम्मद आज़म खान और उनके परिवार को बदले की भावना से किया जा रहा उत्पीड़न बन्द हो।जब तक राज्य सरकार बेरोज़गारों युवाओं को रोज़गार की व्यवस्था सुनिश्चित न करे तब तक उनकी आजीविका के लिए बेरोज़गारी भत्ता दिया जाए।वहीं क्षेत्रिय समस्याओं से सम्बन्धित कुछ बिन्दूओं पर भी ध्यान आकरषित किया गया।जैसे छः महीने से कोविड 19 महामारी के प्रभाव से अदालतें सुचारु रुप से संचालित नहीं हो पा रही हैं जिस्से अधिवक्तागण आर्थिक संकट से गुज़र रहे हैं ऐसे में प्रदेश सरकार से मांग की गई के अधिवक्ता संघ को आर्थिक पैकेज भेज कर अधिवक्ताओं को बीस बीस हज़ार की सहायता कराई जाए।कोरोना से प्रभावित अधिवक्ताओं का सुचारु रुप से इलाज हो ।कोरोना काल में आर्थिक मंदी झेल रहे लोगों के तीन माह के बिजली और ग्रहृकर को माफ किया जाए।बिजली के वर्तमान बिलों पर सरचार्ज को समाप्त किया जाए।रोड पटरी पर कारोबार करने वाले,रेहड़ी लगाने वाले ग़रीब व्यवसाईयों को बीस हज़ार रुपये प्रतिमाह की आर्थित मदद की जाए।कोरोना का भय दिखाकर मास्क के नाम पर वाहनों के चालान करने पर और पुलिस की धन उगाही पर तत्काल प्रभावी ढ़ंग से रोक लगाई जाए।बेरोज़गारों को रोज़गारी भत्ता दिया जाए।कोरोना काल मे शिक्षण शुल्क माफ किया जाए। ज्ञापन सौंपने और धरना प्रदर्शन मे प्रमुख रुप से डॉ०मान सिंह यादव, रविन्द्र यादव रवि, सन्दीप यादव, महबूब उसमानी,आर एन यादव, रेखा उपाध्याय, निर्मला यादव, इन्दू यादव, मंजू यादव,नेहा यादव, निशा शुक्ला, मो०शारिक़, विक्रम पटेल, मुशीर अहमद,शाहिद प्रधान, सै० मो० अस्करी, वज़ीर खान, अब्बास नक़वी, देव बोस, मो० ज़ैद, आक़िब जावेद खान, त्रिलोकी यादव,मो०अज़हर, अब्दुल समद, सैफ फरीदी, वीरु पासी, राकेश वर्मा, डॉ०अच्छे यादव, अभिमन्यू पटेल, देव बोस, जी एस यादव, नौशाद सिद्दीक़ी, रमाकान्त पटेल,लछमण सिंह यादव, रुपनाथ यादव, जिज्ञान्शू यादव, डॉ०सरताज आलम, काशान सिद्दीक़ी, सै० मो०हामिद, तारीक़ खान, कल्लू यादव, रामा यादव, पप्पू पासी, रमीज़ अहसन, अब्दुल्ला तेहामी, रुपनाथ यादव, संतोष यादव, नदीम अली, अभिषेक रंजन, मोईज़ अख्तर, लालू यादव, अनिल यादव, नीरज वर्मा, चन्द्रजीत कुशवाहा, विशाल निषाद,सुधीर निषाद, नयूम बाबा, सुभाष चन्द्र केसरवानी, देशराज पटेल,ओम प्रकाश यादव, जय भारत यादव, मंजीत कुमार, अमित यादव आदि प्रमुख रुप से शामिल रहे।
पत्रकार इरफान खान की रिपोर्ट…