अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध के गहराने और बीजिंग की ओर से दक्षिण चीन सागर में सैन्य मौजूदगी में वृद्धि करने को लेकर बढ़ते तनाव के बीच दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने सोमवार को यहां मुलाकात की। न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आने वाले सामान पर अतिरिक्त शुल्क लगा दिया था और मांग की थी कि बीजिंग 335 अरब डॉलर का व्यापर घाटा कम करे। इसके बाद अमेरिका और चीन के बीच जून से वाक् युद्ध चल रहा है।
चीन ने भी अमेरिका से आने वाले सामान पर जवाबी शुल्क लगा दिया। तब से वे एक दूसरे के सामान पर अरबों डॉलर का अतिरिक्त शुल्क लगा चुके हैं। चीन की यात्रा पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ अधिकारी यांग जेइची से दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव पर पांच घंटे लंबी बातचीत की। पोंपियो पूर्वी एशिया की मौजूदा यात्रा के अंतिम चरण में चीन पहुंचे हैं। वह अपनी यात्रा के दौरान दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया और जापान जा चुके हैं।
सरकारी सीजीटीएन टीवी ने उनके बीच की चर्चा को ‘रूखा आदान प्रदान बताया है क्योंकि दोनों ने शुरुआती टिप्पणी में कड़े बयान दिए हैं। वांग ने अपनी टिप्पणी में अमेरिका से कारोबारी टकराव, ताइवान के मुद्दे और दक्षिण चीन सागर पर विवाद को लेकर गुमराह करने वाली टिप्पणियों और कार्रवाइयों को तुरंत बंद करने को कहा।
वहीं अपनी शुरुआती टिप्पणी में पोंपियो ने कहा, ” हम चीन की कार्रवाइयों से बहुत चिंतित है। मैं इस मौके का फायदा उन सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए उठाना चाहता हूं क्योंकि यह अविश्वनीय तौर पर अहम संबंध हैं।