शिक्षा प्रधिकरण प्रयागराज से लखनऊ ले जाने, प्रयागराज की गरिमा एवं पहचान से खिलवाड़ के विरोध में समाजवादी पार्टी का जोरदार प्रदर्शन…

शिक्षा प्रधिकरण प्रयागराज से लखनऊ ले जाने, प्रयागराज की गरिमा एवं पहचान से खिलवाड़ के विरोध में समाजवादी पार्टी का जोरदार प्रदर्शन…

प्रयागराज/उत्तर प्रदेश:- इलाहाबाद जो अब प्रयागराज हो गया है इसके नाम के बदलने के साथ-साथ सरकार इसकी सूरत बदलने की साजिश कर रही है।
यहां से सभी मुख्यालय हटाए जा रहे हैं।
शिक्षा मुख्यालय, प्राधिकरण
चाहे वह पुलिस मुख्यालय हो
चाहे तो कभी मान्नीय उच्च न्यायालय की अन्य बेंच स्थापित करने की बात की जाती है।

सरकार यह भूलती जाती है कि इन्ही संस्थानों से यहां के होटल व्यवसाय, छोटे व्यापारी, सड़क पर ठेला लगाने वाले और शहर की तीन चौथाई आबादी का पालन पोषण इन संस्थानों से होता है।

ये प्रयागराज वालों के साथ धोखा है। छात्रों के साथ धोखा है। इलाहाबाद की अपेक्षा मंत्रियों को भारी पड़ेगी। कोरोना के समय इलाहाबाद में रोज़गार बढ़े इसपे ध्यान हो चाहिए न कि इलाहाबाद से रोज़गार छीनने का। शिफ्टिंग में बहुत पैसा ख़र्च होगा। आज जब आर्थिक मंदी है, तब ऐसा कदम क्यों।
इतिहास और वर्तमान से खेलने वोलों को प्रयागराज सबक सिखाएगा।
योगी जी को इलाहाबाद/प्रयागराज से इतनी नफ़रत क्यों
एक-एक करके सारे अधिकरणों को प्रयागराज से हटाकर लखनऊ में शिफ्ट कर इलाहाबाद के महत्व को ख़त्म करना चाहती है सरकार।
कबीना मंत्री जी की चुप्पी प्रयागराज वालों के वोटों से खिलवाड़ है।
सरकार भूल गयी है कि परिवर्तन का बिगुल हमेशा प्रयागराज ने फूंका है
चाहे वो आजादी का आंदोलन हो
या जनतंत्र को नया जीवन देने के लिए आपातकाल का विरोध
सरकार अपनी उल्टी गिनती शुरू कर दे
प्रयागराज के अस्मिता,गौरव से खिलवाड़ सरकार के गुरूर और घमंड को गर्त में मिलाकर ही छोड़ेगा। प्रदर्शन में मंजू पाठक, गुड्डी यादव, निर्मला यादव, मुशीर अहमद, सै०मो०अस्करी, प्रमोद बच्चा, मो०इमरान, पिन्टू यादव, मो०उमैस, नौशाद सिद्दीक़ी, आशीष पाल, अजीत यादव, आज़ाद, सुनील कुमार पाल, शिवम, नवनीत यादव, अभिषेक प्रधान, मुबशिर हारुन, श्रृषी यादव, मो०सलमान, अजय सम्राट, ज़ाहिद, मो०अशरफ, सचिन दास, शीराज़, बच्चा पासी, मोनिस आदि मौजूद रहे।

पत्रकार इरफान खान की रिपोर्ट…