*अजित डोभाल कर रहे LAC के हालात की समीक्षा*

*अजित डोभाल कर रहे LAC के हालात की समीक्षा*

*चुशूल में कमांडर स्तर की बातचीत जारी*

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल LAC के हालात की समीक्षा कर रहे हैं। चीन के साथ कमांडर स्तर की बातचीत पर भी डोभाल की नजर है,हालात की समीक्षा के लिए अजित डोभाल ने कल महत्वपूर्ण बैठक की,बैठक में गृह सचिव और खुफिया एजेंसियों के प्रमुख भी मौजूद रहे।खुफिया एजेंसियों ने चीन के साथ तनाव पर डोभाल को जानकारी दी। चीन के साथ कमांडर स्तर की बातचीत पर डोभाल की नजर है।
चुशूल में सुबह 10 बजे से कमांडर स्तर की बैठक चल रही है।पैंगोंग में चीन के मुकाबले भारतीय सेना बेहतर स्थिति में है। चीन ने भारत पर LAC के उल्लंघन का आरोप लगाया है,28-29 अगस्त की रात पैंगोंग में चीन के साथ भारतीय सैनिकों की झड़प हुई थी।पैंगोंग में भारत-चीन की झड़प पर चीन के दूतावास का बयान सामने आया है,चीन ने भारत पर LAC के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
*चीन के करीब 500 सैनिक इस अवैध कब्जे के लिए आए थे*

29-30 अगस्त की रात लद्दाख के पैंगोंग झील के दक्षिण में चीन के सैनिकों ने कुछ इलाकों पर कब्जा करने की कोशिश की, चीन के करीब 500 सैनिक इस अवैध कब्जे के लिए आए थे।चीन के सैनिकों के पास रस्सी और चढ़ाई के दूसरे औजार थे। रात के अंधेरे में ब्लैक टॉप और थाकुंग हाइट्स के बीच टेबल टॉप इलाके पर चीनी सैनिकों ने चढ़ाई शुरू की लेकिन भारतीय सेना पहले से मुस्तैद थी।भारतीय जवानों ने चीन की सेना को पहले रोका और फिर चीन को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया।चीन पैंगोंग के थाकुंग इलाके में टशन से आया था,और भारत के बलवानों का फिर से पराक्रम देखकर टेंशन में लौट गया लेकिन इस घटना में भारत की सेना की तरफ से एक भी गोली नहीं चली और ना ही किसी सैनिक की जान गई।
चीन धोखेबाजी के लिए कुख्यात है,LAC विवाद को लेकर चीन गलवान की घटना के बाद से जो बातचीत कर रहा है वो सिर्फ चीन की चालबाजी लगती है। बातचीत की आड़ में वक्त लेकर चीन भारत की पीठ पर 1962 की तरह पीठ पर छुरा भोंकना चाहता है लेकिन इस बार चीन की सारी साजिशों पर भारतीय सेना ने पानी फेर दिया लेकिन चीन की बेशर्मी देखिये,गलवान की तरह पैंगोंग की घटना के लिए चीन भारत को ही जिम्मेदार ठहरा रहा है।चीन सेना के वेस्टर्न थियेटर कमांड ने बयान जारी कर कहा कि सोमवार को भारतीय सेना ने फिर LAC पार की और जानबूझकर उकसाने की कार्रवाई की। अवैध तरीके से LAC पार करने वाली सैन्य टुकड़ी को भारत तुरंत वापस बुलाए।