पूर्व मंत्री राजा भैया के पिता व 10 अन्य लोग 28 घंटे लिए नजरबंद…

पूर्व मंत्री राजा भैया के पिता व 10 अन्य लोग 28 घंटे लिए नजरबंद…

एसपी अनुराग आर्य: भंडारे व जुलूस की अनुमति नहीं 👆                                                  एसपी अनुराग आर्य: भंडारे व जुलूस की अनुमति नहीं 👆

पुलिस द्वारा भंडारे वाले स्थल की गई घेरेबंदी 👆

  उदय प्रताप सिंह: योगी सरकार में पहले भी लग चुकी है रोक 👆

मोहर्रम पर बंदर की याद में कराते हैं भंडारा: डीएम से मांगी थी अनुमति…

लखनऊ/प्रतापगढ़। प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले की कुंडा विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक और सूबे के पूर्व कैबिनेट मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह व 10 अन्य लोगों को नजरबंद कर दिया गया है। उनको उनके ही घर में दो दिन के लिए नजरबंद किया गया है। जिला प्रशासन ने यह कदम मोहर्रम के दिन उनके द्वारा कराए जाने वाले भंडारे को रोकने के लिए उठाया है।
जिला प्रशासन के मुताबिक उदय प्रताप सिंह की नजरबंदी 29 अगस्त की शाम 5 बजे से प्रभावी होगी, वे 30 अगस्त की रात 9 बजे तक नजरबंद रहेंगे। पुलिसकर्मियों ने इस संबंध में नोटिस भी भदरी गेट पर चस्पा कर दी है। बताया जाता है कि उदय प्रताप सिंह के साथ ही 10 अन्य लोगों को भी नजरबंद किया गया है। उदय प्रताप सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर भंडारे के आयोजन की अनुमति मांगी थी।
जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस से संक्रमण के खतरे को देखते हुए उदय प्रताप सिंह को मोहर्रम के दिन भंडारे की अनुमति नहीं दी। जिला प्रशासन ने भंडारे के आयोजन पर रोक लगा दी है। मोहर्रम के दिन भंडारे पर रोक लगाने के बाद इलाके में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। कुंडा के शेखपुर और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है‌। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब मोहर्रम के दिन होने वाले भंडारे के आयोजन पर रोक लगाई गई है। पहले भी मोहर्रम के जुलूस पर रोक लगाई जा चुकी है। बता दें कि मोहर्रम के दिन उदय प्रताप सिंह की ओर से एक बंदर की याद में हर साल भंडारे का आयोजन किया जाता रहा है।

संवाददाता सुहेल मारूफ की रिपोर्ट…