कटीले तारों का शिकार हो रहे छुट्टा पशु…
रोडो पर एक्सीडेंट से तड़प तड़प कर मर रही गायें…
गौशाला तो बने हैं क्षेत्र में लेकिन गौशाला के अंदर गाय नहीं…
कलान । बाराकला में धीरपाल सिंह के मकान के सामने आरी दार तारों मे बैल पुट्ठा कट जाने से बैल का हाल, खाने पीने को हुआ मोहताज! बैल के पुट्ठा कट जाने से बैल का यह हाल योगी सरकार में गोकशी से गायों की कुछ हद तक जान बची हुई हैं, लेकिन जिले के किसान कटीले और ब्लेड वाले तार लगाकर अधमरा कर रहे हैं। तार से कटी गायें व बैल तड़प तड़प कर मर रहे हैं। उनकी देखभाल करने वाले जिले में कोई नहीं है। आवारा छुट्टा पशुओं के चलते रोड पर चलने वाले बाइक सवार भी चोटिल होते हैं!
कुछ समय पहले अभी बाराकलां चौकी से जस्ट 500 कदम आगे एक गाय को एक ट्रक ने कुचला था!
जिससे रोड पर खून के निशान भी काफी दूर तक मिले थे !
ग्रामीण क्षेत्रों में लोग ज्यादातर
गायों का दूध निकालने के बाद खेतों में छोड़ देते हैं। फिर उनकी कोई परवाह तक नहीं करता है! जब तक दूध देती है तब तक तो उसे खिलाते पिलाते हैं लेकिन जब दूध देना बंद हुआ वैसे ही खूंटे से खोल देते हैं! फिर उनकी परवाह तक करने वाला नहीं होता है। गोकशी से बची गाय किसानों द्वारा लगवाए गए कटीले तारों से बचती हुई नहीं दिखाई दे रही है। अगर खेत में गाय है तो किसान भी उसी तरफ से खदेड़ता है कि वह तार में फंस के घायल हो जाए और दोबारा खेत में आना बंद कर दे। ऐसे किसान गायों को ब्लेड और कटीले तार की तरफ खदेड़ते है जिससे गाय कट जाती है। बरसात के मौसम में उनके घाव भी नहीं सही हो रहे हैं। कई तार से चोटिल होने के बाद गाय बैल बछड़ों के कीड़े पड़ जाते हैं! ऐसी स्थिति में गायें तडप-तडप के मर रही हैं। जिले में प्रतिबंधित तार किसान लगा रहे हैं, जिस तरफ अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
पत्रकार दीपक कुमार की रिपोर्ट…