बीमा करते समय बड़े-बड़े लुभावने वायदे करने वाली इंश्योरेंस कंपनियां नहीं देती हैं क्लेम…

बीमा करते समय बड़े-बड़े लुभावने वायदे करने वाली इंश्योरेंस कंपनियां नहीं देती हैं क्लेम…

इलाज का क्लेम न दिए जाने पर बीमा कंपनी के सीईओ सहित 11 अधिकारियों के खिलाफ दर्ज हुई धोखाधड़ी की एफआईआर…

सहादतगंज पुलिस गंभीरता से मामले की जांच में जुटी…

लखनऊ। पाॅलिसी बेचते समय, बीमा करने हेतु प्राइवेट क्षेत्र की बीमा कंपनियां और उनके एजेंट लोगों से बड़े-बड़े वायदे करते हैं और तमाम तरह के लुभावने सपने दिखाकर बीमा करने के बाद न केवल अपने ग्राहक को भूल जाते हैं बल्कि जब क्लेम देने की नौबत आती है तो तोते की तरह आंख फेर लेते हैं। लेकिन जब कोई कायदा-कानून जानने वाला पाॅलिसी धारक अपने हक के लिए इनके पीछे पड़ जाता है तो फिर बीमा कंपनी के अधिकारियों के जेल तक जाने की नौबत आ जाती है। ऐसे ही एक मामले में धोखे का शिकार हुए सहादतगंज क्षेत्र के अमित मेहरोत्रा ने प्राइवेट क्षेत्र की एक बड़ी बीमा कंपनी के नार्थ इंडिया के सीईओ सहित 11 अधिकारियों के विरुद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है।
सहादतगंज थाने में कल लिखाई गई रिपोर्ट में एमआईजी, टिकैतराय एलडीए कालोनी निवासी अमित मेहरोत्रा ने कहा है कि मैक्स बूपा हेल्त इंश्योरेंस कंपनी के ब्रांच मैनेजर विजय कुमार बागवानी व एडीओ कमल कुमार अरोरा 14-3-2020 को उनके घर आए तथा अपनी कंपनी की लुभावनी स्कीम बताकर मुझसे अपनी बीमा पाॅलिसी जो 2010 से अपोलो म्युनिक कंपनी में चल रही थी, उसको मैक्स बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी में पोर्ट कराए जाने की रिक्वेस्ट कर पंजाब नेशनल बैंक के एकाउंट का 38,462 रुपए का चेक लेकर चले गए। अमित मेहरोत्रा ने उनसे कहा कि अभी चेक न लगाएं क्योंकि उनकी अपोलो में पाॅलिसी की आखिरी तारीख 31 मार्च थी, इसके बावजूद उनके चैक को बगैर उनसे पूछे कैश करा लिया गया।
एफआईआर के अनुसार 15 अप्रैल 2020 को अमित मेहरोत्रा की तबियत खराब होने पर उन्हे लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से वे 18 अप्रैल को डिस्चार्ज हुए। पाॅलिसी लेते समय उनसे कहा गया था कि मैक्स बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी का लखनऊ के सभी बड़े अस्पतालों से टाई-अप है जबकि मेदांता की ओर से बताया गया कि उनका कोई टाई-अप इंश्योरेंस कंपनी से नहीं है। अमित मेहरोत्रा को वहां 46,970 रुपए का नगद भुगतान करना पड़ा। इसी के बाद 26 मई 2020 को उनके पुत्र को टाईफाइड हो जाने के चलते अपोलो मेडिक्स हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां भी उसके डिस्चार्ज होने के बाद उन्हे करीब 50 हजार रुपए का भुगतान करना पड़ा। अपोलो अस्पताल से भी बताया गया कि इंश्योरेंस कंपनी से उनका कोई टाई-अप नहीं है।
अमित मेहरोत्रा ने जब भुगतान के लिए इंश्योरेंस कंपनी में क्लेम किया तो पहले तो उनसे कहा गया कि लेट क्लेम किया है, फिर कहा गया कि उन्हे तो बीमारी पहले से ही थी। जब मेदांता के डाक्टर ने लिखकर दिया कि इससे पहले इनका कोई इलाज नहीं हुआ है तो आज मिल जाएगा कल मिल जाएगा कहकर टरकाया जाता रहा। इस बीच विजय बागवानी व कमल अरोरा ने भी उनसे कहा कि उनका क्लेम तो जायज है परंतु पता नहीं कंपनी उन्हे क्लेम क्यों नहीं दे रही है। अमित मेहरोत्रा ने कंपनी के (यूपी क्षेत्र के) सीईओ व अन्य अधिकारियों को काफी मेल भेजे परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके बाद अमित मेहरोत्रा ने विजय भागवानी, कमल अरोरा से हुई बातचीत की रिकार्डिंग एवं कंपनी के अधिकारियों को भेजे गए मेल की सीडी पुलिस को देते हुए कहा कि मैक्स बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी देश भर के लोगों से धोखाधड़ी कर पैसे ऐंठ रहे हैं।
सहादतगंज थाने में अमित मेहरोत्रा की ओर से सीईओ कृष्णम रामचंद्रन, ब्रांच मैनेजर विजय भागवानी, एडीओ कमल कुमार अरोरा, चैनल हेड संदीप भारद्वाज, रीजनल हेड हिमांशु प्रताप सिंह, डाॅ असलम नादरी, राज प्रजापति, श्रीमती गार्गी साहू, दिग्विजय, डाॅ अमित एवं अंकुर खरबंदा के विरुद्ध आईपीसी की धारा 406 एवं 420 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस गंभीरता के साथ मामले की जांच कर रही है।

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,