ग्राम पंचायतों में शासन की मंशा के अनुरूप आपूर्ति न होने पर जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह के चढ़े तेवर…
फर्रुखाबाद। शासन की मंशा के अनुरूप गांवों में होने वाली खरीद फरोख्त सीधे ग्राम स्तर से न होकर शासनादेशों के विपरीत केन्द्रीयकृत होने से नाराज जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह की नजर टेढ़ी हो गई है। मुख्य विकास अधिकारी की जांच आख्या को सिरे से खारिज कर 15 दिन के अन्तर तथ्यात्मक जांच आख्या प्रस्तुत करने के निर्देशों के साथ जबावदेही सुनिश्चित कर कड़ी कार्रवाई करने के डीएम ने संकेत दिये हैं।
विकास खण्ड कमालगंज में एक साथ इन्सीनरेटर आपूर्ति के मामले में असंतुष्ट जिलाधिकारी मानवेन्द्र ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके द्वारा पूर्व में भी यह निर्देश दिये गये थे कि कोई भी व्यक्ति इस प्रकार खरीद करने का प्रयास न करे जो शासनादेशों के विपरीत हों। स्पष्ट रूप से इन्सीनरेटर मामले में एक ही फर्म से सामग्री की खरीद किये जाने का यह एक सामूहिक प्रयास है जिसमें अवश्य ही किसी व्यक्ति का सम्मिलित होना प्रतीत होता है। एक ही फर्म से सामग्री आपूर्ति का आदेश कैसे दिया गया ? उसमें गहन जांच कराई जाये। साफ कहा कि ग्राम पंचायतें इन्सीनरेटर खरीदने के लिए स्वतंत्र हैं। एक साथ इन्सीनरेटर कैसे खरीदे गये इसके लिए विस्तृत और गहन जांच की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. राजेन्द्र पेंसिया को निर्देशित किया है कि जिन लोगांे ने फिरोजाबाद की संस्था को आपूर्ति के लिए मांग पत्र दिये हैं उन सभी के बयान लेते हुए तथ्यात्मक जांच आख्या 15 दिन में उनके सामने रखी जाये।
पत्रकार राहुल सिंह चौहान की रिपोर्ट…