भारत मेलाघाट नेपाल सीमा पर तस्करी का धंधा जोरों पर…
खटीमा-मेलाघाट- कोरोना महामारी के चलते भारत नेपाल सीमा तथा यूपी उत्तराखंड सीमा सील है तथा सीमा पर एसएसबी और पुलिस के जवानों की कड़ी चौकसी भी है इसके बावजूद भी मेलाघाट नेपाल सीमा पर आवाजाही और तस्करी का धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है लगातार जारी है। आज दिनांक 21-07-2020 को प्रात: 8.30 बजे लगभग भारत नेपाल सीमा पिलर सं. 797/1 पर तस्करी करने वालों का एक झुंड दिखाई दिया मिडिया कर्मियों के मौके पर पहुंचने पर भी तस्करी करने वाले बेखौफ तस्करी का सामान नेपाल की ओर सीमा के अंदर ले जा रहे थे।यह स्थानीय तस्कर सीमांत गांव के अन्दर के रास्ते से इफ्को खाद दवाई व परचून का सामान आदि साईकिल व सिर पर
रख कर नेपाल की ओर ले जा रहे थे।
मिडिया कर्मियों को देखने के बाद तस्करों का बर्ताव
1-वीडिओ बनाने तथा फोटो खींचने से मना कर रहे थे।
2-तस्कर नेपाल सामान पहुंचाकर वापस आने के बाद देख लेने की धमकी दे रहे थे।
3-तस्कर मिडिया कर्मियों से गाली-गलौज व अभद्र व्यवहार पर उतारू हो गये।
4-तस्करों यह भी कहा कि तस्करी के अलावा हमारे पास इस समय दूसरा काम नहीं है।
5-एक स्थानीय युवक मेला घाट चेक पोस्ट पर भी विडियो व फोटो न बनाने की बात कहकर मीडिया कर्मियों से उलझ गया।
इस बावत एसएसबी सी कम्पनी मेलाघाट के निरीक्षक पुष्कर सिंह धामी से पूछताछ पर बताया गया कि गस्त के दौरान जैसे ही एसएसबी जवान पिलर सं.797/1 से 797/2 की ओर बढ़े तो गांव के रास्ते से नावघाट के आगे नाला पार करके स्थानीय तस्कर पिलर सं 797/1 पर दिखाई दिए जिनका जवानों ने पीछा किया और वो लोग नेपाल की ओर भाग गये धामी ने बताया कि यह अवैध काम है इस पर रोकथाम व अंकुश लगाने की जरुरत है।
स्थानीय किसानों में भी रोष बना रहता है कि सरकारी खाद दवाई लेने के लिए दुकानों पर लाइन लगाकर घंटों इंतजार करना पड़ता है, आधार नं देना होता है इसके बावजूद भी कभी कभार समय पर खाद दवाई नहीं मिल पाती है वहीं तस्करी का काम करने वाले लोग खाद दवाई,परचून का सामान आदि धड़ल्ले से नेपाल में महंगे दामों में बेच रहे हैं।
पत्रकार मुस्तकीम मलिक की रिपोर्ट…