खाकी की मिली भगत से वन माफियाओ का गठजोड़ बना हरियाली का दुश्मन…

खाकी की मिली भगत से वन माफियाओ का गठजोड़ बना हरियाली का दुश्मन…

ज्यादातर मामलों में वन माफियाओ से सेटिंग गेटिंग कर मामले रफा दफा…

सलोन रायबरेली। क्षेत्र में हरे पेड़ों की कटान का मामला भले ही शासन तक हो, लेकिन जिम्मेदारों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता है।वन विभाग के साथ खाकी की मिली भगत से वन माफियाओ का गठजोड़ हरियाली का दुश्मन बना हुआ है। जबकि तीन महीने पूर्व पूर्व सीओ विनीत सिंह ने वन माफियाओ पर ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए अवैध पेड़ो की कटान पर ब्रेक लगा दिया था। लेकिन करहिया चैकी क्षेत्र में दिन दहाड़े हरियाली पर चल रहे आरे से जिम्मेदार खामोश है। यही नही हरियाली के सीने पर लापरवाहों का आरा कुछ इस कदर चलाया जा रहा है कि सलोन में पेड़ नही बस उसकी ठूंठ ही बची है। जानकारी के मुताबिक सलोन कोतवाली के करहिया चैकी क्षेत्र में इन दिनों लकड़ी माफियाओ के हौसले बुलंद है। वन विभाग और पुलिस की सांठ गांठ से फलदार वृक्षो को धराशाही कर दिया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक जौदहा के गुलाब का पुरवा गांव, ग्राम सभा सिरसिरा और महावीरन में आधा दर्जन हरा नीम का पेड़ काट दिया गया और इसी तरह पूरे रालही वा शहरी गांव में दो नीम के पेड़ों पर वन माफियाओ का आरा चल है। सबसे बड़ी बात यह है कि सूचना के बाद भी ना तो मौके पर पुलिस पहुचती है, ना ही वन विभाग के अधिकारी।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…